जुबिली न्यूज डेस्क
नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए है। नतीजे हरियाणा सरकार के लिए बड़ा झटका साबित हो रहे हैं। चुनाव नतीजों में निर्दलीय कांग्रेस और बीजेपी का गेम बिगाड़ते नजर आ रहे हैं।
13 वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कर ली है जबकि एक में कांग्रेस ने बाजी मारी। वहीं बीजेपी का अभी तक खाता नहीं खुला है। शुरुआती नतीजों से साफ है कि हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार पर किसान आंदोलन का अंजाम भुगत की नाराजगी साफ मालूम हो रही है।
सांपला नगर पालिका चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सोनू वाल्मीकि को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पूजा ने बीजेपी को हराया। पूजा को 6428 वोट, जबकि सोनू वाल्मीकि को केवल 2468 वोट मिले।
वहीं, उकलाना नगर पालिका अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी सुशील साहू जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जजपा के महेंद्र को 419 वोटों से हराया।
अंबाला नगर निगम चुनाव में मेयर पद प्रत्याशी के लिए हरियाणा जन चेतना पार्टी की शक्ति रानी अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की डॉ. वंदना शर्मा से 2274 वोटों से आगे चल रही हैं। शक्ति रानी पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी है। वहीं, सोनीपत में कांग्रेस 9088 वोटों से आगे चल रही है।
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सोनीपत, पंचकूला व अंबाला नगर निगम, रेवाड़ी नगर परिषद, सांपला, धारुहेड़ा और उकलाना नगरपालिका के चुनाव हुए हैं। ये मेयर, नगर परिषद व नगरपालिका अध्यक्ष का सीधा चुनाव हुआ है।
हरियाणा निकाय चुनाव के लिए 27 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। अंबाला में 56.3 फीसदी, सोनीपत में 57.7 फीसदी, पंचकूला में 55.4 फीसदी, रेवाड़ी नगर परिषद में 69.2 फीसदी, सांपला नगरपालिका में 81.5 फीसदी, धारुहेड़ा में 73.8 फीसदी और उकलाना में 79.2 फीसदी लोगों ने वोट डाले थे।