- करनाल में 28 अगस्त को किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ किसानों ने महापंचायत बुलाई
- प्रशासन ने करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और जींद में इंटरनेट बंद का ऐलान किया है
- धारा 144 लगाई है, करनाल सचिवालय की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी की बौछार…
जुबिली स्पेशल डेस्क
हरियाणा के करनाल जिले से बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक हरियाणा के करनाल जिले में प्रशासन से बातचीत फेल होने के बाद हजारों किसानों ने सचिवालय की तरफ कूच किया है और उन्हें पानी की बौछार से रोकने की कोशिश की गई है।
Protesting farmers gherao vicinity of Mini Secretariat in Karnal, Haryana. "We have captured the gate, want to take some rest, no time for talks, it can happen later," says BKU leader Rakesh Tikait pic.twitter.com/RerfVT9JlV
— ANI (@ANI) September 7, 2021
बता दें कि किसान संगठनों ने 28 अगस्त को जिले में हुए प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज करने को लेकर काफी नाराज है और किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और इसी मामले में अधिकारियों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेने की मांग कर रहे हैं। अगर कड़ा ऐक्शन नहीं लिया जायेगा तो वे करनाल में स्थित मिनी सचिवालय का घेराव करेंगे।
#WATCH Protesting farmers gherao Mini Secretariat in Karnal, after concluding Kisan Mahapanchayat at Anaj Mandi . #Haryana pic.twitter.com/qxMxm3v6LB
— ANI (@ANI) September 7, 2021
हालांकि शुरुआती जानकारी के अनुसार करनाल में किसानों का शांतिपूर्ण मार्च निकाला था लेकिन बाद यहीं मार्च उग्र रूप में बदल गया है। हालात काफी तनावपूर्ण बताया जा रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि प्रदर्शन में शामिल किसानों ने सचिवालय में जबरन घुसने का किया प्रयास था, जिसके बाद प्रशासन ने ये एक्शन लिया। किसानों पर पानी की बौछारों के माध्यम से आगे बढऩे से किसानों को रोकने की कोशिश की जा रही है।
#WATCH | Protesting farmers hop over barricades amid police deployment on their way to Mini Secretariat in Karnal, Haryana pic.twitter.com/Go8kk1UVmx
— ANI (@ANI) September 7, 2021
उधर किसानों के साथ वहां के अधिकारियों के बीच लम्बी बातचीत हुई लेकिन मामले का कोई हल नहीं निकला। इसके बाद किसानों ने मिनी सचिवालय की तरफ चल पड़े। दूसरी ओर वहां सरकार किसी भी स्थिति को संभालने को तैयार नजर आई और प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती कर डाले हैं।
बड़ी संख्या में किसान मंगलवार को सुबह ही ट्रैक्टरों, मोटरसाइकिलों और कारों में सवार होकर अनाज मंडी पहुंचे थे और फिर इसके बाद किसानों के 11 नेताओं ने अधिकारियों के सथ बतचीत हुई लेकिन ये पूरी तरह फेल रही। किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्रहन नने की माने तो अधिकारियों ने किसानों की मांगों को मानने से मना कर दिया। पुलिस ने इस दौरान कई जगह बैरिकेडिंग लगा रखे हैं ताकि किसानों को रोका जा सके।