न्यूज डेस्क
2014 बैच की हरियाणा कैडर की आइएएस अधिकारी रानी नागर लॉकडाउन के बाद अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। रानी नागर ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से यह एलान किया। रानी नागर की फेसबुक पोस्ट वायरल होने के बाद दिनभर अफसरशाही में यह चर्चा का विषय बना रहा। रानी नागर इन दिनों सामाजिक सुरक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात हैं।
रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें उन्होंने व रीमा नागर ने जान को खतरा बताते हुए लोगों से अपील की है। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इसलिए वह तथा उनकी बहन चंडीगढ़ से बाहर नहीं जा सकते। चंडीगढ़ से आगे गाजियाबाद तक के रास्ते बंद हैं। उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन व कर्फ्यू खुलने के बाद वह अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन के साथ पैतृक शहर गाजियाबाद में बसेंगी।
आईएएस रानी नागर के फेसबुक पेज से…
मैं रानी नागर पुत्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद, गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर। आप सभी को सूचित करना चाहती हूं, मैंने यह निर्णय लिया है कि आईएएस के पद से इस्तीफा दूंगी। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इस कारण मैं व मेरी बहन रीमा नागर चंडीगढ़ से बाहर नहीं निकल सकते। चंडीगढ़ से आगे मार्ग में गाजियाबाद तक रास्ते भी बंद हैं। लॉकडाउन व कर्फ्यू खुलने के बाद अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन रीमा नागर के साथ वापस अपने पैतृक शहर गाजियाबाद आऊंगी। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।
आईएएस रानी नागर व उनकी बहन रीमा नागर ने 17 अप्रैल 2020 को जारी वीडियो में कहा है कि अगर उन्हें कुछ हो जाए या वे लापता हो जाएं तो उनके इस वीडियो को बतौर बयान सीजेएम चंडीगढ़ की अदालत में विचाराधीन केस संख्या 3573/2019 में दर्ज कराएं। आईएएस रानी नागर ने कहा है कि वरिष्ठ आईएएस सुनील गुलाटी व चंडीगढ़ पुलिस के कुछ अफसरों के खिलाफ उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हुआ है।
सन् 2014 में बतौर आइएएस कार्यभार संभालने वाली रानी नागर मूल रूप से गाजियाबाद की रहने वाली हैं। वह दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं। रानी नागर के इस छोटे से कार्यकाल के दौरान कई अवसर ऐसे आए हैं जब दूसरे पक्ष ने उनकी मनोस्थिति पर सवाल उठाए।
रानी जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते तत्कालीन एसीएस सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाकर सुर्खियों में आई थीं।
उन्होंने सीएम व मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा था। नागर ने एक कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। सिरसा जिले के डबवाली में एसडीएम पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था।