जुबिली स्पेशल डेस्क
हरियाणा में विधान सभा चुनाव में बेहद कम दिन रह गए है। कांग्रेस हरियाणा का रण जीतने के लिए लगातार मेहनत कर रही है और राहुल गांधी काफी एक्टिव हो गए है।
इस बीच कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इस दौरान के कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद रहे हैं और हरियाणा की रणनीति पर लंबी चर्चा की है। वहीं कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव लडऩे पर विचार कर रही है।
दरअसल इस बैठक में सवाल उठा कि क्या अकेले चुनाव लडऩे से नुकसान नहीं होगा। क्या गठबंधन की कोई संभावना बन सकती है। लोकल मीडिया के अनुसार दो दौर की बैठक हुई। दरअसल आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में 10 सीटों परचुनाव लड़ना चाहती है जबकि कांग्रेस ने 7 सीटों का ऑफर दे दिया है।
आम आदमी पार्टी ने इस मामले में कहना है कि लोकसभा चुनाव में नौ सीटों चुनाव लड़ा है और इस वजह से वो दस सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है। सीटों पर डील फाइनल करने के लिए बुधवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और आप सांसद राघव चड्ढा के बीच तीसरे दौर की बैठक हो सकती है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ा है लेकिन विधान सभा चुनाव में दोनों एक साथ चुनाव लडऩे से इनकार जरूर कर रहे हैं लेकिन गठबंधन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ हरियाणा कांग्रेस प्रदेश में अकेले चुनाव लडऩे पर ज्यादा फोकस कर रही है क्योंकि उसको लगता है कि इस वक्त कांग्रेस का माहौल बना हुआ है।
बता दें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव पहले से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर भी खूब देखने को मिला है। राहुल गांधी इस वक्त विपक्ष के नेता है और वो लगातार मोदी सरकार से संसद में सवाल करते हुए नजर आते हैं।