जुबिली न्यूज डेस्क
नए कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए मोदी सरकार के मंत्री लगातार किसानों को मनाने में लगे हैं, लेकिन किसान किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। दिल्ली बार्डर पर किसानों का जुटना अभी भी जारी है।
किसानों ने आरपार की लड़ाई मन बना लिया है। उनकी सबसे ज्यादा नाराजगी हरियाणा सरकार के खिलाफ दिख रही है। दरअसल, हरियाणा के जींद जिले में 40 खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में कई अहम फैसले लिए गए। महापंचायत में खाप ने फैसला लिया कि वो हरियाणा सरकार को गिराने के लिए मुहीम की शुरुआत करेगी।
बता दें कि बीजेपी की सरकार के पास हरियाणा में पूर्ण बहुमत नहीं है। जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हरियाणा की खट्टर सरकार चल रही है।
खाप नेताओं ने ऐलान किया कि जिन विधायकों ने सरकार को समर्थन दिया हुआ है उन पर समर्थन वापिस लेने के दबाव बनाया जाएगा। हर एक खाप इन विधायकों से जाकर मुलाकात करेगी। पहले शान्ति से विधायकों से अपील की जाएगी और अगर वो नहीं मानें तो उनकी गांवों में एंट्री बैन कर दी जाएगी।
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खापों के प्रतिनिधि दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच चुके है। उन्होंने कहा कि किसानों की हर तरह से आंदोलन में खापें मदद करेंगी। खापों ने कहा की केंद्र सरकार तानाशाही की और बढ़ रही है। खापों ने एलान किया कि अगर जरुरत पड़ी तो पूरे हरियाणा से एक खाप महापंचायत का भी आयोजन हो सकता है।
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जींद में हुई इस महापंचायत में बिनैन खाप, हिसार की सतरोल खाप, चहल खाप, सोनीपत की दहिया खाप, दाडन खाप, माजरा खाप, कंडेला खाप, पंघाल खाप, सहारण खाप, नांदल खाप, ढुल खाप, पंचग्रामी खाप, चौगामा खाप, किनाना 12 खाप, नोगामा खाप, जाट महासभा और अन्य कई खाप शामिल हुईं।