जुबली न्यूज़ डेस्क
कोरोना वायरस से फैली महामारी के बाद से ही स्वास्थ्य अधिकारी लोगों को साबुन या सैनिटाइजर से हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं। अल्कोहल युक्त हैंड सैनेटाइजर कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मददगार तो है लेकिन इसकी वजह से मौत भी हो सकती है।
हाल ही में अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मई और जून में हैंड सैनेटाइजर पी लेने से एरिजोना और न्यू मेक्सिको में 15 वयस्कों के शरीर में जहर फैल गया। रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र ने बताया कि इनमें से चार लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य को दृष्टि संबंधी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद अमेरिका के फूड और ड्रग प्रशासन ने मेक्सिको में बने नौ हैंड सैनिटाइजर्स के खिलाफ चेतावनी जारी की है।
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बता दें कि एफडीए ने लोगों को 100 से अधिक ब्रांडों के हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग नहीं करने की चेतावनी दी थी। एफडीए के अनुसार इन सैनिटाइजरों में मेथनॉल होने की संभावना व्यक्त की गई थी। दरअसल कुछ कंपनियां हैंड सैनिटाइजर्स में एल्कोहल का ऐसा रूप मिला रही हैं, जो सेहत के लिए खतरनाक है और जानलेवा भी हो सकता है।
स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो मेथेनॉल एल्कोहल का एक ऐसा रूप है, जोकि बहुत जहरीला होता है। मेथेनॉल का इस्तेमाल आमतौर पर रेसिंग गाड़ियों के ईंधन में और एंटीफ्रीज के तौर पर किया जाता है। मेथेनॉल इतना खतरनाक हो सकता है कि इसे त्वचा पर लगाने से ये सीधे त्वचा के अंदर चला जाता है जो जानलेवा भी हो सकता है।
वहीं मेथेनॉल युक्त सैनिटाइजर को हाथों पर लगाने से जहरीला प्रभाव फैल सकता है। यहां तक कि ऐसे एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर को सूंघना भी खतरनाक हो सकता है।
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