जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। कहते हैं प्यार का पहला अक्षर ही अधूरा है, इसलिए प्यार भी कभी आसानी से परवान नहीं चढ़ता। इश्क मोहब्बत ऐसी चीज है, जिसमें आदमी अंधा हो जाता है और इस मोहब्बत के चक्कर में वह सारी दुनिया से पूरी कायनात से लड़ने की सोच लेता है।
जब प्यार मोहब्बत हद से ज्यादा मीठी हो जाती है तो वह जहर बन जाती है जहर भी ऐसा जो उस प्यार में धीरे धीरे आदमी को मौत की दहलीज पर ले जाकर खड़ा कर देता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के रायबरेली में देखने को मिला।
बता दें कि मामला जनपद के थाना खीरों क्षेत्र के बनपुरवा पाहों गांव का है। यहां पर 4 साल से दो प्रेमी युगलों के बीच गहरी मोहब्बत चल रही थी। क्या पता था कि यह मोहब्बत सात जन्मों के बजाय कुछ ही सालों में टूट कर बिखर जाएगी और वनपुरवा मजरे पाहो के रहने वाले प्रेमलाल ने प्रेम प्रसंग के चलते गांव के बाहर आम के पेंड में रस्सी के सहारे लटक कर आत्महत्या कर ली।
मृतक प्रेमलाल ने मरने से पहले पेन के जरिए अपने बांयें हांथ में अपनी प्रेमिका का नाम सहित उसे सम्बोधित कर एक प्रेम पत्र भी लिखा था। जिसमें उसने प्रेमिका पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए लिखा है कि तुमने मेरे चार साल बर्बाद किए हैं।
सात जन्मों तक साथ जीने और मरने का वादा करने के बाद अब तुमने मुझसे अलग हो जाने को कहा इसलिए अब मैं हमेशा के लिए तुमसे दूर जा रहा हूं।
परिजनों की मानें तो प्रेमलाल (25) गांव की ही एक युवती के बीच लगभग चार वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। सोमवार को वह घर से गायब चल रहा था। इस बीच गांव के एक बगीचे में कुछ लोगों ने उसे देखा भी था, जिसके बाद शव सुबह लगभग 10 बजे उसी बगीचे में एक आम के पेड़ से रस्सी के सहारे लटकता मिला।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि मृतक ने अपने खेतों में पडी अपनी चारपाई की रस्सी का ही प्रयोग आत्महत्या में किया है, लेकिन वह कमजोर थी जिसके टूटने से वह जमीन पर गिर गया था।
वहीं खीरों थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया एक युवक का शव आम के पेड़ से रस्सी के सहारे लटकता मिला है। लोगों का कहना है कि प्रेम- प्रसंग ने उसकी जान ली है। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पीएम परीक्षण के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही घटना सही स्पष्ट की जा सकती है। पुलिस जांच कर रही है।