जुबली न्यूज़ डेस्क
एक तरफ बिहार में विधानसभा चुनाव सर पर है और दूसरी तरफ नेता और राजनीतिक दल नए नए समीकरण बनाने में लगे हुए हैं। ताजा मामला जीतन राम मांझी की पार्टी हम से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले ही जीतन राम मांझी की पार्टी हम, महागठबंधन से अलग होने से अफरातफरी मच गई है। इसी अफरातफरी के बीच जीतन राम मांझीकी पार्टी की कोर कमेटी की तरफ से फैसला लिया गया है कि, वह आगे से महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगे।
इस महागठबंधन के टूटने के बाद करयास लगाए जा रहे रहे है कि, जीतन राम मांझी दोवारा एडीए पार्टी में में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, पार्टी की तरफ से ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
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इसके अलावा लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहे है कि, तो क्या महागठबंधन से अलग होकर जीतन राम मांझी की पार्टी जेडीयू के साथ विलय कर लेगी। परंतु इस सवाल के जबाव में भी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से जुड़े सूत्रों ने साफ कर दिया है कि, पार्टी जेडीयू के साथ विलय नहीं करेगी। उनका कहना है कि, इस पार्टी को खत्म नहीं किया जाएगा। एक बार गठबंधन हो जाये उसके बात ही सीट शेयरिंग की बात होगी।
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इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे और हम पार्टी के एमएलसी संतोष सुमन ने बयान जारी कर कहा, ‘कोर समिति की बैठक में फैसला लिया गया है के महागठबंधन से हमारा दल बाहर हो जाएगा। हम लोग लगातार मांग कर रहे थे कि महागठबंधन को सही तरीके से चलाने के लिए कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए मगर तेजस्वी यादव तानाशाह की तरह महागठबंधन पर अपने फैसले थोप रहे थे।’