जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. मुम्बई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता हाफ़िज़ सईद और उसके चार साथियों के बैंक खातों पर लगी रोक हटा ली गई है. पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने सईद को 11 साल की सज़ा सुनाई है और पिछले साल 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया हाफ़िज़ सईद तब से लाहौर की लखपत जेल में बंद है.
हाफ़िज़ सईद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी के रूप में पहचाना जाता है. संयुक्त राष्ट्र संघ ने उसे आतंकवादी घोषित कर रखा है. अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डालर का इनाम घोषित कर रखा है. हाफ़िज़ सईद की गतिविधियों को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने सईद और उसके चार साथियों अब्दुल सलाम भुट्टावी, ज़फर इकबाल, याहिया मुजाहिद और हाजी अशरफ के बैंक खातों पर रोक लगा दी थी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सूची में सईद के यह चारों साथी भी आतंकी के रूप में दर्ज हैं.
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पाकिस्तान की जेल में बंद इन आतंकियों ने सरकार से अपील की थी कि उनके बैंक खातों पर लगी रोक हटा ली जाए क्योंकि इससे उनका घर चलाना मुश्किल हो रहा है. सरकार ने इस अपील पर विचार करने के बाद इन लोगों से आय के स्रोत पूछे और मिले जवाब की जांच करने के बाद उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को भेज दिया. आय के स्रोत को दर्शाने वाले दस्तावेज़ से संतुष्ट होने के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान सरकार को बैंक खातों पर लगी रोक हटा लेने को कहा. इसी के बाद सईद और उसके चार सहयोगियों के खातों पर लगी रोक हटा ली गई है.