- 30 मई से फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुना जाएगा
- मामले की रोजाना सुनवाई हो सकती है
- जल्द से जल्द फैसला सुनाया जा सकता है
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। ज्ञानवापी मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल कोर्ट ने बड़ा फैसला लेते हुए इस मामले की सुनवाई करते हुए इस पूरे केस को फास्ट ट्रैक में ट्रांसफर कर दिया है।
इसके साथ ही अब ज्ञानवापी मस्जिद का मामला फास्ट ट्रैक में चलेगा। जानकरी के मुताबिक वहां पर रोज़ाना सुनवाई हो गई और जल्द ही इसपर फैसला सुनाया जा सकता है। अब 30 मई से फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलेगा।
क्या है ज्ञानवापी केस का पूरा इतिहास
इस पूरे मामले में बनारस की एक कोर्ट में याचिका दायर हुई थी। इस याचिका पर गौर करे तो इसमें ज्ञानवापी मस्जिद निर्माण के संबंध में एक दावा किया गया था।
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दावा यह था कि औरंगजेब के आदेश पर 16वीं शताब्दी में उनके शासनकाल के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर के एक हिस्से को ध्वस्त करके यह मस्जिद बनाई गई थी। याचिकाकर्ताओं और स्थानीय पुजारियों ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पूजा करने की अनुमति मांगी थी। इनके अनुरोध पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2019 में एएसआई सर्वे पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
ताजा विवाद क्या है
दरअसल विवाद तब और बढ़ गया जब पांच हिंदू महिलाओं ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के भीतर माता श्रृंगार गौरी और देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा-अर्चना करने की अनुरोध मांगी है।
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सके बाद पिछले महीने वाराणसी की एक अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियोग्राफी सर्वे का आदेश दिया था। का आदेश दिया था। इसके लिए इन पांच महिलाओं ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा और दर्शन का अधिकार दिए जाने का अनुरोध किया है।