जुबिली न्यूज डेस्क
गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को बड़ा झटका लगा है । गुजरात हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में धोलका विधानसभा सीट का चुनाव रद्द करने का आदेश दिया है। यह सीट भाजपा के भूपेन्द्र सिंह चुडास्मा ने जीती थी ।
भूपेन्द्र सिंह फिलहाल गुजरात सरकार में क़ानून और शिक्षा मंत्री का कार्यभार सम्हाल रहे हैं । उन्होंने विधान सभा चुनावों में 327 मतों के मामूली अंतर कांग्रेस के उम्मीदवार अश्विन राठौर पर जीत हासिल की थी ।
राठोर ने इस नतीजे को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी जिसका फैसला आज आया है। राठोर का आरोप था कि वोटों के गिनती में धांधली की गई है 429 मतपत्र वाले वोटों पर ध्यान नहीं दिया गया.
गुजरात उच्च न्यायालय ने मामले में सुनवाई के बाद फ़ैसला सुरक्षित रख लिया था।
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कोर्ट के इस फैसले से कांग्रेस में खुशी की लहर है । कांग्रेस के नेता भरत सोलंकी ने कहा कि गुजरात उच्च न्यायालय का निर्णय स्वागत योग्य है जबकि कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि गुजरात के क़ानून मंत्री को अवैध रूप से निर्वाचित घोषित किया गया है ।
निवार्चन अधिकारी धवल जानी ने इससे पहले 429 पोस्टल बैलेट को खारिज कर इन्हें मतगणना में शामिल नहीं किया था। अश्विन राठौड़ ने इसके बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया था। उनका कहना था कि अगर पोस्टल बैलट की भी गिनती हुई होती तो परिणाम उनके पक्ष में जा सकता था।
न्यायमूर्ति परेश उपाध्याय की अदालत ने फरवरी में ही इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी। उन्होंने आज यानी मंगलवार को अपना फैसला सुनाते हुए चूड़ासमा के निवार्चन को खारिज कर दिया। हालांकि, वह इस मामले में ऊपरी अदालत में अपील कर सकते हैं।
गौरतलब है कि इस चर्चित मामले की सुनवाई के दौरान मतगणना के सीसीटीवी फुटेज में चूड़ासमा के निजी सचिव को मतगणना केंद्र के अंदर मोबाइल फोन पर बात करते हुए देखा गया था। निवार्चन अधिकारी जानी को भी उनके बतार्व के लिए अदालत ने फटकार लगायी थी।
भूपेंद्र सिंह चुडास्मा के चुनाव को गुजरात उच्च न्यायालय ने अवैध और रद्द घोषित कर दिया है।