स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। अस्पताल में नौकरी देने के नाम पर सौ महिलाओं के साथ बेहद गंदी हरकत की गई है। दरअसल नौकरी के बहाने 100 महिलाओं के कपड़े उतारने का मामला सामने आया है। पूरा मामला सूरत का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक सूरत नगर निगम की कुछ महिला ट्रेनी क्लर्क ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मेडिकल जांच के लिए एक अस्पताल में उन्हें काफी देर तक निर्वस्त्र कर खड़ा रखा है।
यह भी पढ़े :इस महिला के 130 पुरुषों के साथ है संबंध, वजह कर सकती है हैरान
बताया जा रहा है यह सब केवल फिटनेस टेस्ट के नाम पर किया गया है। करीब 100 महिलाएं फिटनेस टेस्ट के लिए सूरत नगर आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान पहुंची लेकिन तब उनसे 10-10 के समूहों में निर्वस्त्र खड़ा होने के लिए बोला गया।
इतना ही नहीं फिटनेस टेस्ट के दौरान स्त्री विभाग की डॉक्टर्स ने बेहद गंदा सवाल भी पूछा। महिलाओं ने लेडी डॉक्टर्स पर बेहद खऱाब व्यवहार करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी जांच भी करने की बात कही गई। उधर मामला बढ़ता देख अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के प्रमुख आश्विन वछानी ने सफाई दी है और कहा है कि हॉस्पिटल के गाइडलाइन्स के मुताबिक, महिलाओं की शारीरिक जांच अनिवार्य है।
ये भी पढ़े: ऐसे कैसे खत्म होगा टैक्स आतंकवाद
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि ऐसी जांच पुरुषों की होती है या नहीं लेकिन महिलाओं के मामले में हमें इन नियमों का पालन करना पड़ता है और जांच करनी होती है कि कहीं किसी महिला को किसी तरह का रोग तो नहीं है।
ये भी पढ़े: आर्थिक विकास दर को झटका दे सकता है कोरोना
बता दें कि इससे पहले गुजरात के स्वामीनारायण भुज मंदिर के स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी ने महिलाओं को लेकर बेहद गंदा बयान दिया था। दरअसल उन्होंने पीरियड को लेकर बेतुका बयान देते हुए कहा था कि पीरियड के दौरान महिलाएं खाना बनाएंगी तो निश्चित तौर से उनका अगला जन्म कुत्ते के रूप में होगा। बता दें कि इसी मंदिर के द्वारा चलाये जा रहे स्कूल में तब विवाद हो गया था जब स्कूल के हॉस्टल में पिछले दिनों लड़कियों के इनरवियर उतारे गए थे।
यह भी पढ़ें : ‘नसबंदी’ पर कमलनाथ के इस फरमान ने दिलाई आपातकाल की याद