जुबिली न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र के बाद गुजरात भारत में कोरोना संकमान के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा राज्य बन चुका है। जिस तेजी से गुजरात में संक्रमण के आँकड़े बढ़ रहे हैं वह चिंताजनक है । और उससे भी ज्यादा बड़ी फिक्र की बात है कि गुजरात में कोरोना वायरस की जो चेन मिली है वह सबसे खतरनाक मानी जाने वाली L स्ट्रेन है।
बीते एक महीने में गुजरात में कोरोना के केस बहुत तेजी से बढ़े हैं और फिलहाल यह 6 हजार 5 सौ से ज्यादा लोग इस वायरस के शिकार हैं।
अहमदाबाद का आलं ये है कि वहाँ करीब करीब कर्फ्यू के हालात बन चुके हैं और रोजाना 300 नए केस सामने आ रहे हैं।
लेकिन गुजरात एक मामले में सबसे अलग है । यह कोरोना वायरस का L स्ट्रेन पहचान गया है। यह वही चेन है जो चीन के वुहान शहर में थी और अब अमेरिका को अपनी जद में ले चुकी है।
गुजरात में जब कोरोना संकमान के मामले आने शुरू हुए तो इसका दोष दिल्ली के तबलीगी जमात से लौटे लोगों को दिया गया। लेकिन अब ये तथ्य सामने आ रहा है कि लबलिगी जमात के लोगों का संक्रमण S स्ट्रेन वाले वायरस का है और गुजरात में कोरोना का L स्ट्रेन आया है जो कि चीन के वुहान का ओरिजनल स्ट्रेन है।
यह स्ट्रेन वुहान के बाद अमेरिका और यूरोप में तेजी से फैला।
यहीं से ये सवाल गहराने लगता है कि क्या गुजरात के इस हाल हा जिम्मेदार “नमस्ते ट्रम्प” नाम का वह कार्यक्रम है जो बड़े जोर शोर से आयोजित किया गया था और जिसमे अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ एक बड़ी टीम भी अहमदाबाद आई थी।
विशेषज्ञों के एक वर्ग का मानना है कि ये अमेरिकी भारत में L स्ट्रेन फैलाकर चले गए, क्योंकि उनके भीतर वायरस तब भी था लेकिन उसके प्रभाव आने शुरू नहीं हुए थे। हालांकि वे तब भी कोरोना के कैरियर थे।
नमस्ते ट्रम्प का आयोजन 24 फरवरी को हुआ था और उससे पहले डब्ल्यूएचओ कोरोना की चेतावनी इस सलाह के साथ जारी कर चुका था कि बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी वाले कार्यक्रम रोक देने चाहिए क्यूंकी यह बीमारी लोगों से ही अपनी चेन बनाती है।
लेकिन भारत में तब तक इस तरह की कोई चर्चा तेज नहीं हो सकी थी जबकि केरल में तब तक कोरोना का एक मामला सामने आ चुका था ।
क्या है यह L स्टेन?
कोरोना वायरस के तीन अलग-अलग स्ट्रेन हैं जिसमें दो सबसे घातक हैं – L स्ट्रेन और S स्ट्रेन। इनमें से L स्ट्रेन चीन के वुहान का ओरिजनल स्ट्रेन है। इस वायरस का असर बहुत घातक है और इस वजह से जल्दी मौत भी होती है।
वुहान के बाद L स्ट्रेन के म्युटेशन से S स्ट्रेन बना। यह अपेक्षाकृत कम घातक है। भारत के केरल और कई राज्यों में S स्ट्रेन है। गुजरात में L स्ट्रेन का प्रभाव ज्यादा दिख रहा है, जिस वजह से मौतें भी अधिक हो रही है और केस भी दोगुनी गति से बढ़ रही है।
कांग्रेस हुई हमलावर
विशेषज्ञों की राय आने के बाद अब सियासत भी तेज होने लागी है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावडा इस मुद्दे को उठाने के साथ ये भी कह रहे हैं कि नमस्ते ट्रम्प को एक आपराधिक गतिविधि मानना चाहिए।
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