2019 लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद देशभर में आचार संहिता लागू हो चुकी हैै , ऐसे में उत्तराखंड के बागेश्वर में गरुड़ के मटेना निवासी जगदीश जोशी पर चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लग नोटिस जारी किया है।
बागेश्वर में गरुड़ में शादी के कार्ड पर भाजपा के चुनाव चिह्न और पीएम मोदी को वोट देने का संदेश प्रकाशित करने को लेकर चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए वर पक्ष को नोटिस जारी किया है। 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है और जवाब नहीं मिलने पर वर पक्ष पर आचार संहिता का उल्लंघन और लोक प्रतिनिधित्व एक्ट में भी केस दर्ज हो सकता है।
दरअसल, गरुड़ विकास खंड के ग्राम जोशीखोला, मटेना निवासी जगदीश जोशी और देवकी जोशी के बेटे जीवन का विवाह 22 अप्रैल को है। बेटे के विवाह के आमंत्रण के लिए कार्ड प्रकाशित कराए हैं। शादी के कार्ड पर भाजपा के चुनाव चिह्न कमल और भाजपा को वोट देने की अपील की गई है। निर्वाचन आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला माना है।
दूल्हे के माता-पिता देवकी देवी और जगदीश जोशी को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। नोटिस में साफ है कि यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है। दिए हुए समय के भीतर जवाब नहीं देने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम व आईपीसी की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
वर के पिता जी जगदीश जोशी गौ सदन चलाते हैं। आशंका जताई जा रही है कि भाजपा से गाय का जुड़ाव होने की वजह से जगदीश का झुकाव भी भाजपा की तरफ है। वहीं उमेश जोशी भी भाजपा से जुड़ा हुआ है।
शादी के कार्ड में भाजपा का प्रचार करना दूल्हे के संग अल्मोड़ा सीट से भाजपा उम्मीदवार को भी महंगा पड़ सकता है। शादी के कार्ड छापने, भोजन, टेंट वगैरह आयोजनों का खर्च भाजपा उम्मीदवार के चुनावी खर्च में जोड़ा जाएगा। इस तरह 70 लाख में से शादी के खर्च घटाने के बाद बाकी रकम में ही चुनाव खर्च करना होगा।
आदर्श आचार संहिता पालन समिति के प्रभारी शंकर वोरा ने बताया कि शादी का आयोजन निजी न होकर भाजपा का माना जा सकता है। इसमें जो भी खर्च होगा वो भाजपा उम्मीदवार के खाते में जोड़ा जा सकता है। हालांकि, वर पक्ष के स्पष्टीकरण के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।