जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर को लेकर सरकार ने एक आंकड़ा पेश किया है। इस आंकड़े के सहारे सरकार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में बीते तीन सालों में कितने जवान शहीद हुई है। सरकार ने इस आंकड़े के सहारे बताना चाहा है कि आतंकी हमले कम हुए हैं।
हालांकि आंकड़े के मुताबिक सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं बढ़ी है। दरअसल गृह मंत्रालय ने 2018, 2019, 2020 में हुए आतंकवादी हमले और सीजफायर उल्लंघन के मामलों से जुड़ा ब्यौरा पेश किया।
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गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े की माने तो साल साल 2018 में सीजफायर की कुल 2140 घटनाएं हुईं। हालांकि 2018 में 614 आतंकवादी हमले भी हुई है।
इस हमले में जहां 39 नागरिकों की मौत हो गई थी जबकि 91 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि साल 2020 में आतंकवादी घटनाओं कम हुई है और केवल 244 आतंकी हमले हुए थे।
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इन घटनाओं में सुरक्षाबलों के 62 जवान शहीद हुए थे। जबकि, 37 आम नागरिकों की जाने गई थी। दूसरी ओर सुरक्षाबलों ने आतंकियों को करारा जवाब दिया था और साल 2020 में 221 आतंकवादियों को मौत की नींद सुला डाली थी।
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MHA provides details of ceasefire violations, terrorist attacks, civilians & security force personnel killed/injured in ceasefire violations & terrorist attacks along with the number of terrorists killed in counter-attacks during each of the last three years in J&K, in Parliament pic.twitter.com/w1DCIvtrfn
— ANI (@ANI) February 2, 2021