जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस लगातार बढ़ रहा है। राजधानी लखनऊ में बुधवार को 100 और नये मरीज कोरोना के मिले हैं। इसके साथ ही अब तक 4517 लोग कोरोना की चपेट में है। ऐसे में सरकार लगातार कोरोना को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। सरकार ने कोरोना के संक्रमण के डर से सभी धार्मिक स्थलों के लिए भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। जहां एक ओर सरकार बकरीद को देखते हुए गाइडलाइन जारी कर रही है लेकिन राम मंदिर को लेकर पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन को लेकर नर्म रुख अपना रही है।
दरअसल अयोध्या की पावन धरती पर राम लला के भव्य मंदिर की नींव रखने के लिए पीएम मोदी के जाने की बात सामने आ रही है। इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण लोगों के शामिल होने की संभावना है। ऐसे में यह देखना होगा कि राम लला के भव्य मंदिर के भूमि पूजन में सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे पालन होगा। दूसरी ओर सरकार कोरोना वायरस और सावन को देखते हुए यूपी सरकार ने बकरीद और जानवरों की कुर्बानी के लिए बुधवार को गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के हिसाब से पर्व मनाने के लिए कहा है।
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गाइडलाइन में बकरीद को लेकर कहा गया है कि किसी भी धार्मिक स्थल में सामूहिक रूप से भीड़ इकठ्ठा न की जाए। गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि पुलिस लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहे। इसके लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक करे। इतना ही नहीं कहा गया है कि भ्रामक सूचना प्रसारित करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन लेने के लिए कहा है। गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि थानाध्यक्ष और क्षेत्राधिकारी छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लें।
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इसके अलावा यूपी के डीजीपी द्वारा जारी किए पत्र में सांप्रदायिक भावनाओं का भी ध्यान रखने के लिए बोला गया है। पत्र पर गौर करे यूपी के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि कुर्बानी के दौरान गोवंश की हत्या से कई बार पहले भी सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ है। इसलिए इस बात का खास ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके आलावा संवेदनशील इलाके पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाये। गोवध और गोवंश के अवैध परिवहन पर पूर्ण प्रभावी नियंत्रण करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं. खुले स्थानों में कुर्बानी/गैर मुस्लिम इलाकों से खुले रूप से मांस ले जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए। अब देखना होगा कि बकरीद को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है लेकिन राम लला के भव्य मंदिर की नींव रखने के लिए कितना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता है।