जुबिली स्पेशल डेस्क
चीन में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है। इस वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया लेकिन ये काफी नहीं है क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से चीन में अब लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। लोगों कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ नागरिकों ने सडक़ पर उतरकर बवाल काटा है।
अगर देखा जाये तो चीन में कोरोना का कहर फिर एकाएक रफ्तार पकड़ता दिख रहा है। कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो गया है और लोगों की मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। वायरस फिर उसी रफ्तार से लोगों को निगल रहा है जैसे पहले हुआ करता था।
उधर भारत कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है। उसने अब सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया ताकि कोरोना किसी तरह से फ़ैल न सके।
इस कड़ी में मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है और 1 जनवरी 2023 से भारत में इंटरनेशनल ट्रैवल को लेकर एयर सुविधा लागू कर दी गई है। चीन समेत छह देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य हो गया।
यानी उन्हें यात्रा करने से पहले अपनी नेगेटिव रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी. ऐसा नहीं करने वालों को भारत में एंट्री नहीं दी जाएगी। सरकार ने जिन देशों के यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर अनिवार्य किया है उनमें चीन, हांगकांग, जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड शामिल हैं।
अब तक के ट्रेंड बताते हैं कि ईस्ट एशिया से 35 से 40 दिनों में कोरोना लहर भारत पहुंची। पहली लहर में चीन से 61 दिनों में पहला केस भारत पहंचा था।
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों विदेश से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर रैंडम सैंप्लिंग करने का फैसला लिया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्र की माने तो संक्रमण की गंभीरता कम है , ऐसे में कोविड की नयी लहर को देश सामना करना पड़ता है तो इससे होने वाली मौतें और संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम रहेगी।