न्यूज डेस्क
भ्रष्टाचार व नकारापन के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन में हैं। हर विभाग की समीक्षा करने के बाद अब सीएम योगी मंडलीय समीक्षा कर रहे हैं। इसको लेकर वे पहले ही अधिकारियों को चेता चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री विकास कार्यों में खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सीएम योगी युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
अभी कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री ने भ्रष्ट अधिकारियों पर चाबुक चलाते हुए 600 के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिनमें से 201 को जबरिया सेवानिवृत्ति भी दी गई है। इस कार्रवाई के अलावा 150 से ज्यादा अधिकारी अब भी सरकार के रडार पर हैं। इनमें ज्यादातर आईएएस और आईपीएस अफसर हैं।
सीएम की ये कार्रवाई सिर्फ शीर्ष पद पर बैठे अधिकारियों पर ही नहीं बल्कि कर्मचारियों पर भी हो रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बरेली रेंज के 25 पुलिसकर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ निर्णय लिया है कि जो पुलिसकर्मी 50 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं और विभाग पर बोझ बने हुए हैं। वे बार-बार विभाग की बदनामी करवा रहे हैं जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है।
ऐसे पुलिस वाले जो दागदार हैं, भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, नकारा हैं या उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे सभी पुलिस वालों को नौकरी से निकाल दिया गया है।
डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि डीजीपी के निर्देश पर स्क्रीनिंग कमेटी ने काफी मंथन के बाद ऐसे 25 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। अनिवार्य सेवानिवृत्ति के रूप में ऐसे सभी कर्मचारियों को 3 महीने का एडवांस वेतन के साथ-साथ रिटायरमेंट की अन्य सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद बनाई गई रेंज स्तर की डीआईजी की कमेटी में 7 लोगों के नाम तय किए गए हैं। इनमें फरीदपुर सीओ के स्टेनो का काम देख रहे इंस्पेक्टर ब्रम्हपाल सिंह, बदायू में तैनात दरोगा नेमपाल सिंह, रोहिल हुसैन, विजयपाल सिंह, शाहजहांपुर में तैनात दरोगा अशोक कुमार विश्वकर्मा, सतेंद्र कुमार मलिक और शाहजहांपुर में ही लिपिक वर्ग में तैनात एसएसआई जय किशन के नाम शामिल हैं।
वहीं एसएसपी ने जिले के 6 पुलिस वालों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें एसआई महेंद्र सिंह, हेड कॉन्स्टेबल शिवकुमार सिंह, कॉन्स्टेबल नन्हकी लाल, प्रीतम सिंह, अयूब खां और गंगाराम का नाम शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महाराजगंज के एसडीएम सदर सत्यम मिश्रा को पद से हटाने के निर्देश दिए। दरअसल, मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मंडल के कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर मंडल के विकास कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। यही नहीं देवरिया के सीएमओ डॉ. धीरेंद्र कुमार, कुशीनगर के सीएमओ डॉ. हरिचरण सिंह और महाराजगंज के सीएमओ डॉ. क्षमा शंकर पांडेय के खराब प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है और उन पर विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने पडरौना में बिजली विभाग के दो एक्सईन हंसराज कौशल और एएच खान पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें पद से हटाने के निर्देश जारी किए।