जुबिली स्पेशल डेस्क
मौजूदा समय में टेक्नोलॉजी के दम पर लोग लगातार आगे बढ़ रहे हैं। नई-नई टेक्नोलॉजी के बल पर कई बीमारियों को हराया जा सकता है। इतना ही नहीं टेक्नोलॉजी की वजह से कई बीमारियों को आसानी से पता लगाया जा सकता है।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित की है जो ब्रेन ट्यूमर को पकडऩे और उसे ठीक करने में मदद कर सकता है। बताया जा रहा है कि वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मैग्नेटिक हेलमेट तैयार किया है जो काफी हद तक ब्रेन ट्यूमर को पता लगा सकता है और उसको खत्म करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
न्यूरोलॉजी के एक लेटेस्ट परीक्षण में वैज्ञानिकों ने इस हेलमेट को तैयार किया है। वैज्ञानिकों की माने तो ब्रेन ट्यूमर से लडऩे और उसे खत्म करने में कारगर साबित हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने इस हेलमेट के माध्यम से एक मरीज जिसकी उम्र 53 साल की थी उसके डेड ट्यूमर को इस हेलमेट की मदद से एक तिहाई तक खत्म कर दिया। लेकिन यह बताना बेहद जरूरी उस शख्स की किसी और कारण से मौत हो गई है।
ऑटोप्सी में पाया गया कि मरीज का ट्यूमर बहुत ही कम समय में लगभग एक तिहाई तक खत्म हो गया है। इस परीक्षण को दुनिया का पहला ब्रेन कैंसर के खतरनाक स्टेज ग्लयोब्लास्टोमा की नॉन इनवेसिव थेरेपी माना गया।
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होस्टन मेथोडिस्ट न्यूरोलॉजिकल इंस्टिट्यूट के न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डेविड बस्किन ने कहा कि इस हेलमेट की मदद से भविष्य में ब्रेन कैंसर का इलाज बिना किसी नुकसान वाले प्रोसेस के संभव हो पाएगा।
वैज्ञानिकों की माने इसमें तीन तरह के घूमने वाले मैग्नेटिक जिनको माइक्रोप्रोसेसर बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलर के जरिये जोड़ा गया है, ये एक रिचार्ज होने वाली बैटरी के साथ जुड़े हुए है।