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इस दवा का नाम है- Dexamethasone
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दवा की हल्की खुराक से ही कोरोना से लड़ने में मदद मिलती है
एक ग्रुप में 20 कोरोना वायरस मरीजों को Dexamethasone दवा दी गई थी. इनमें से 19 को हॉस्पिटल आने की जरूरत नहीं पड़ी और वे ठीक हो गए. वहीं, हॉस्पिटल में भर्ती हाई रिस्क मरीजों को भी इससे लाभ हुआ…
जुबिली स्पेशल डेस्क
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस तबाही मचा रहा है। चीन से निकले कोरोना वायरस ने पहले यूरोप को देशों को अपना शिकार बनाया। उसके बाद यह वायरस ईरान जा पहुंचा लेकिन वहां पर स्थिति अब काबू में है। हालांकि अमेरिका जैसे सुपर पॉवर देश को भी कोरोना के कहर से जूझना पड़ रहा है। आलम तो यह है कि अमेरिका भी कोरोना के आगे बेबस नजर आ रहा है और उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई। दूसरी ओर कोरोना का कहर भारत में भी खूब देखने को मिल रहा है। भारत में 3,43,091 लोग कोरोना की चपेट में है जबकि 9,900 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया है।
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हालांकि इसकी दवा को लेकर अभी तक किसी देश को खास कामयाबी हाथ नहीं लगी है। दुनिया के कई देश इसकी दवा बनाने का दावा जरूर कर रहे हैं लेकिन अभी तक ठोस नतीजे पर कोई देश नहीं पहुंचा लेकिन इस सब के बीच एक राहत खबर भी मिल रही है।
दरअसल बीबीसी की एक रिपोर्ट सामने आ रही है जिसमें कहा गया है कि कोरोना की दवा मिल गई और यह बेहद असरदार बताया जा रहा है। इस दवा का नाम Dexamethasone बताया जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक यह दवा सस्ती है और काफी पुरानी बतायी जा रही है।
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जानकारी तो यह भी मिल रही है कि इस दवा से कई लोग ठीक भी हो गए है। ब्रिटेन के एक्सपर्ट इस दवा पर अपनी मुहर लगा दी है। ब्रिटेन के एक्सपर्ट इस दवा के बारे में विस्तार से बताया है और दावा किया है Dexamethasone की हल्की खुराक लेने से कोरोना से लड़ा जा सकता है।
इस दवा को लेकर डॉक्टरों ने ट्रायल किया है और पता चला है कि वेंटिलेटर पर रहने वाले मरीजों को ये दवा दिए जाने पर मौत का खतरा एक तिहाई घट गया। बताया जा रहा है कि जो लोग ऑक्सीजन पर हैै उनको यह दवा ज्यादा अच्छा फायदा होता है। ट्रायल में यह भी पता चला है कि जिन मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जरूरत होती है, उनमें इस दवा के इस्तेमाल से मौत का खतरा 1/5 घट जाता है। कुल मिलाकर यह एक राहत वाली खबर है क्योंकि कोरोना ने पूरी दुनिया के लिए खतरा बनकर सामने आ रहा है।