- सुहास एलवाई (एस ०एल-4 वर्ग) फाइनल में गोल्ड मेडल मैच के लिए क्वालीफाई किया
- प्रमोद भगत (एस ०एल-3 वर्ग) फाइनल में गोल्ड मेडल मैच के लिए क्वालीफाई किया
- कृष्णा नागर (एस ०एच-6 वर्ग) फाइनल में गोल्ड मेडल मैच के लिए क्वालीफाई किया
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है। उसने अब तक कुल 15 पदक अपने नाम कर लिया है। भारत के लिए शनिवार का दिन स्वर्णिम साबित हुआ।
शनिवार को शूटिंग में भारतीय पैराशूटर्स ने जानदार प्रदर्शन करते हुए दो पदक जीते है। मनीष नरवाल न मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 में देश के लिए सोना जीता है।
उन्होंने फाइनल में 218.2 स्कोर के साथ पहला स्थान हासिल किया। खास बात ये रही कि इस इवेंट में दूसरे नंबर पर भी भारतीय एथलीट सिंहराज दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
उधर बैडमिंटन से भी अच्छी खबर आ रही है। नोएडा के डीएम सुहास एल यथिराज ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फाइनल में जगह बना ली है। भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच ने गौरव खन्ना ने जुबिली पोस्ट को टोक्यो से बताया है कि भारत के लिए बैडमिंटन में अच्छा दिन रहा है।
उन्होंने बताया कि नोएडा के डीएम सुहास एल यथिराज ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फाइनल में जगह बना ली है. सुहास के फाइनल में पहुंचने के साथ ही बैडमिंटन में भारत के लिए एक और मेडल पक्का हो गया है। इसके आलावा गौरव ने साथ यह भी बताया है कि इससे पहले प्रमोद भगत ने भी बैडमिंटन के फाइनल का टिकट हासिल कर लिया है। प्रमोद भगत को भी अपना सेमीफाइनल मुकाबला जीतने में कोई खास परेशानी का सामने नहीं करना पड़ा।
वहीं बात नोएडा के डीएम सुहास एल यथिराज की जाये तो उन्होंने बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 31 मिनट तक चले मुकाबले में सीधे सेटों में 2-0 से पराजित कर फाइनल का टिकट हासिल कर लिया है और सोना जीतने से एक कदम दूर है।
सुहास ने पहला सेट 21-9 से जीतकर इंडोनेशिया के खिलाड़ी पर अच्छा खासा दबाव बना लिया। इसके बाद दूसरे सेट में सेतियावान ने कड़ा संघर्ष किया लेकिन वो सेट जीतने में कामयाब नहीं हो सके और सुहास दूसरा सेट भी 21-15 से जीतकर मैच भी अपने नाम कर लिया।
सुहास ने अब तक टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में बेहद ही शानदार फॉर्म दिखाया है. अपने ग्रुप में सुहास तीन में से दो मुकाबले जीतने में कामयाब रहे थे। दो जीत की वजह से ही सुहास को सेमीफाइनल में एंट्री मिली थी। सुहास के फाइनल में पहुंचने के साथ ही टोक्यो पैरालंपिक में भारत को बैडमिंटन से दूसरा मेडल मिलना तय हो गया है।