जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय रिकार्डधारक अनु रानी को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल अनु रानी ने कामनवेल्थ खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उन्होंने रविवार को राष्ट्रीय अंतरराज्यीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है।
उनकी इस सफलता का जश्न तब दुगुना हो गया जब अनु रानी ने इस साल बर्मिघम में होने वाले कामनवेल्थ खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया। अनु रानी ने 60.97 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से स्वर्ण पदक जीता जो कामनवेल्थ खेलों के 59.50 मीटर के क्वालीफाइंग मानक से ऊपर था। उनकी इस सफलता पर राजधानी के खिलाडिय़ों में खुशी का माहौल है।
अनु रानी से पहले महिला भालाफेंक एथलीट के रूप में गुरमीत कौर ने 2000 सिडनी ओलंपिक में हिस्सा लिया था। ये पदक जीते: 2014 इंच्योन एशियाई खेल, एशियन चैंपियनशिप 2017 भुवनेश्वर कांस्य, 2019 एशियाई चैंपियनशिप रजत पदक, 2016 दक्षेस खेल गुवाहाटी रजत पदक
ऐश्वर्या ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा तय किये गये राष्ट्रमंडल खेलों के क्वालीफाइंग मानक 6.50 मीटर से काफी बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने मयूखा जॉनी के 2011 के 6.63 मीटर के मीट रिकॉर्ड में सुधार किया। उन्होंने सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के इसी सीजन में अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है।
केडी सिंह बाबू स्टेडिय के स्थानीय खिलाडिय़ों में खुशी का माहौल है। लखनऊ जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव बीआर वरुण ने अनु रानी ने कामनवेल्थ खेलों के लिए क्वालीफाई करने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि पूरी उम्मीद है कि कामनवेल्थ खेलों अनु रानी देश को गोल्ड मेडल दिलायेगी। इतना ही नहीं इसके साथ ही उत्तर प्रदेश का मान बढ़ायेगी।
वही ऐश्वर्या ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा तय किये गये राष्ट्रमंडल खेलों के क्वालीफाइंग मानक 6.50 मीटर से काफी बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने मयूखा जॉनी के 2011 के 6.63 मीटर के मीट रिकॉर्ड में सुधार किया।
ऐसे में अब कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की अच्छी संभावना लग रही है।