जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पूरी विश्व को अपनी चपेट में लेने वाला कोरोना महामारी अब तीसरा साल में प्रवेश कर चुकी है। इसके साथ ही विश्व के अधिकांश देशों में कोरोना वैक्सीनेशन भी हो चुका है लेकिन इसके बाद भी कोरोना खत्म नहीं हो रहा है। कई देशों में तो बूस्टर डोज भी दिया जा चुका है, बावजूद इसके कई देशों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
बात अगर भारत की जाये तो कोरोना अब पूरी तरह से काबू में है। ऐसे में लोगों की जिंदगी फिर से पटरी पर लौटती नजर आ रही है। वहीं चीन, दक्षिण कोरिया और यूरोप समेत दुनिया भर के कई देशों में कोरोना फिर से रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। इस वजह से भारत सतर्क हो गया है और उसका पूरा फोकस वैक्सीन पर है। अब सरकार बच्चों के टीकाकरण पर फोकस कर रही है।
जानकारी के मुताबिक 12 से 14 साल की उम्र वाले बच्चों को टीका अभियान भी शुरू हो गया है। हालांकि कोरोना वायरस अब भारत में पूरी तरह से कमजोर पड़ता नजर आ रहा है।
ऐसे में गृह मंत्रालय ने करीब दो साल बाद, 31 मार्च से कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियों को हटाने का फैसला किया है लेकिन मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अब सख्ती से पालन करना होगा।
बता दें कि कोरोना की वजह से केन्द्र सरकार ने 24 मार्च, 2020 को पहली बार देश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम, (डीएम अधिनियम) 2005 के तहत कई दिशानिर्देश जारी किए थे और परिस्थितियों के अनुसार समय समय पर इनमें बदलाव भी किए।
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि भेजे पत्र में कहा कि पिछले 24 महीनों में, वैश्विक महामारी के प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं, जैसे बीमारी का पता लगाने, निगरानी, संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों का पता लगाने, उपचार, टीकाकरण, अस्पताल के बुनियादी ढांचे के विकास आदि के संबंध में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि साथ ही, अब आम जनता भी कोविड-19 से निपटने के लिए आवश्यक उचित व्यवहार को लेकर काफी जागरूक हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों ने भी अपनी क्षमताओं तथा प्रणालियों को विकसित किया है और वैश्विक महामारी के प्रबंधन के लिए अपनी विस्तृत विशिष्ट योजनाओं को लागू किया है। पिछले सात हफ्तों में नए मामलों की संख्या में भारी गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च को कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 23,913 रह गई थी और संक्रमण दर 0.28 प्रतिशत थी। यहां, यह बताना भी जरूरी है कि देश में कोविड-19 रोधी टीकों की 181.56 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
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वहीं अन्य देशों में कोरोना के मामले बढऩे के बाद भारत सरकार अलर्ट पर है और इससे निपटने की तैयारियां तेज की जा रही हैं। एक न्यूज एजेंसी की माने तो सभी वयस्कों को कोरोना की बूस्टर डोज लगाने को लेकर सरकार गम्भीर है और इसको लेकर प्लॉन बना रही है।
हालांकि अब तक इस पर फैसला नहीं हो सका है कि यह बूस्टर डोज पहली दो खुराकों की तरह ही फ्री होगी या फिर इसका चार्ज वसूल किया जाएगा। इसको लेकर सरकार एक से दो दिन के अंदर कोई कदम उठा सकती है।