न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस से निपटने के लिए मोदी सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलने वाला है। इस बीच यूपी के गोंडा जिले में ऐसी सनसनीखेज वारदात हुई जिस वजह से सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
मामला उमरी बेगम थाना क्षेत्र के परास मझवार ग्राम पंचायत का है। जानकारी के मुताबिक गोंडा में हुए गोलीकांड में समाजवादी पार्टी (एसपी) नेता समेत दो लोगों की हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दो मुख्य आरोपियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं तत्काल प्रभाव से उमरी बेगमगंज के प्रभारी निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक डीसी मनरेगा और एपीओ तरबगंज जॉब कार्डधारकों का बयान लेने गए थे, तभी दो गुटों में फायरिंग हुई। इस दौरान सपा नेता लाठी सिंह की गोली मारकर हत्या की गई है। इस गोलीकांड में सपा नेता समेत दो लोगों की हत्या की गई। वहीं चार लोग इस घटना के कारण घायल हो गए थे। सपा नेता विजय कुमार उर्फ टिंटू सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि यह आपसी रंजिश का मामला है। इस बात की भी जानकारी मिली है कि सपा नेता लाठी सिंह परास पट्टी के प्रधान रह चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है और जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और इसके साथ ही घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करवाने के निर्देश भी दिए हैं।
इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सीएम ने एनएसए लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान हुई इस घटना पर गोंडा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को चेतावनी भी दी है। सीएम योगी ने घटना में उपयोग किए गए असलहे को भी तत्काल बरामद करने के निर्देश दिए हैं।