पॉलिटिकल डेस्क
मोहनलालगंज, उत्तर प्रदेश का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ये सिर्फ 20 किलोमीटर दूर है। लखनऊ डिवीजन का हिस्सा मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र, अपने जिले का मुख्यालय है। यहां एक ग्राम पंचायत भी है।
राजधानी लखनऊ और उन्नाव दोनों ही शहर मोहनलालगंज से सटे हुए हैं। इसके अंतर्गत 73 पंचायत आती है। ब्रम्हदेव मंदिर, संकट मोचन मंदिर, कालेबीर बाबा मंदिर, शिवालय मंदिर, दुर्गा मां मंदिर, हनुमान और शिव मंदिर यहां के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। दिल्ली से मोहनलाल गंज की दूरी 552.8 किलोमीटर है। मोहनलाल गंज देश के 250 सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है।
आबादी/ शिक्षा
मोहनलाल गंज क्षेत्र की जनसंख्या 26,95,769 हैं। पिछड़ा इलाका होने के बावजूद यहां का लिंगानुपात बड़े शहरों से भी अच्छा है। यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 906 महिलाएं हैं और यहां की औसत साक्षरता दर 80 प्रतिशत है। वर्तमान में यहां के कुल मतदाताओं की संख्या 18,38,194 है जिसमें महिला मतदाता 8,42,841 और पुरुष मतदाता की संख्या 9,95,313 है।
राजनीतिक समीकरण
मोहनलालगंज लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधान सभा क्षेत्र आते हैं जिसमें सिधौली, मलीहाबाद, बक्शी का तालाब, सरोजिनी नगर और मोहनलालगंज शामिल है। इस क्षेत्र में पहला लोकसभा चुनाव 1962 में हुआ जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की गंगा देवी ने जीत दर्ज कीं।
गंगा देवी 3 बार लगातार इस सीट से जीतीं लेकिन 1977 में उन्हें भारतीय लोक दल के राम लाल कुरील से करारी हार मिली लेकिन 1980 में राम लाल कुरील कांग्रेस के कैलाश पति से हार गये। अगले चुनाव में भी कांग्रेस ने इस सीट पर कब्जा जमाया। इस क्षेत्र में कांग्रेस की यह आखिरी जीत थी।
1989 में जनता दल ने यहां अपना खाता खोला और सरजू प्रसाद यहां के सांसद बने लेकिन अगले चुनाव में जनता दल अपनी सीट नहीं बचा पायी। 1991 में भारतीय जनता पार्टी के यहां अपना खाता खोला और अगले चुनाव में भी इस सीट पर कब्जा जमाने में कामयाब रही।
1998 के चुनाव में इस सीट पर सपा ने कब्जा जमाया और अगले तीन चुनाव तक लगातार सपा यहां से जीतती रही है। 2014 में मोदी लहर में इस सीट पर भाजपा का कब्जा हो गया। वर्तमान में यहां से भाजपा नेता कौशल किशोर सासंद है।