इस साल भी प्रदेश में “खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स” और “मोटो जीपी” जैसे दो बड़े आयोजन होने हैं…
इसलिए मौजूदा साल यूपी के खेलों के लिए अहम है
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के खिलाडिय़ों का डंका पूरे विश्व में देखने को मिला है। दरअसल योगी सरकार खेलों को लेकर काफी गम्भीर है।
बीते कुछ सालों से उत्तर प्रदेश के खिलाडिय़ों का दबदबा विश्व खेल जगत में देखने को मिला है। ऐसे में नई सरकार खेलों को लेकर अब पहले से ज्यादा गम्भीर लग रही है। योगी सरकार की कोशिश है कि यूपी के खिलाडिय़ों के पलायन को रोका जाये।
इसके लिए सरकार यूपी में खेलों को लेकर एक रोड मैप तैयार कर रही है ताकि आने वाले वक्त में यहां से किसी भी खिलाडिय़ों को दूसरे प्रदेशों का रूख न करना पड़े। देश की एक नामी ब्रोकरेज फर्म (आनंद राठी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग) ने यूपी की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
ब्रोकरेज फर्म की माने तो अगले पांच साल (2027) में स्पोर्ट्स एवं फिटनेस इंडस्ट्री का कारोबार 27 अरब डॉलर से ब?कर 100 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। इन संभावनाओं के मद्देजर प्रदेश सरकार यूपी को स्पोर्ट्स इंडस्ट्री का हब बनाना चाहती है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 भी इसमें मददगार बनेगा।
इसी के तहत से समिट में 12 फरवरी को ‘उत्तर प्रदेश में खेल क्षेत्र और एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका’ विषय पर केंद्रित विशेष सत्र का आयोजन करने जा रहा है। हैंगर-3 ‘भारद्वाज’ में यह सत्र 11:45 बजे से दोपहर 13:30 तक चलेगा
ये होंगे सत्र के मुख्य वक्ता
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा और संस्थापक अभिनव बिंद्रा टारगेटिंग परफॉर्मेंस, कार्लोस एजपेलेटा, मुख्य रणनीति अधिकारी, डोरना (मोटो जीपी), उदित सेठ, संस्थापक ट्रांसस्टेडिया, सुरेश रैना, भारतीय क्रिकेटर, यानिक कोलाको फाउंडर फैनकोड, बेनेडिक्ट डे ला ब्रिएरे, विश्व बैंक, पॉल वी जेन्सेन, प्रबंध निदेशक यूरोपीय व्यापार और प्रौद्योगिकी केंद्र, ड्वाइट हावर्ड एनबीए एथलीट, नासिर हुसैन, सीईओ, रग्बी इंडिया, ब्रिटिश उच्चायोग के प्रतिनिधि, डॉ. निधि पुंढीर, वाइस प्रेसिडेंट, ग्लोबल सीएसआर, एचसीएल फाउंडेशन, सिद्धार्थ उपाध्याय, यूनिव स्पोर्टटेक रुश्दी वार्ली सीईओ इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स.