जुबिली न्यूज़ डेस्क
कृषि कानूनों के मसले पर किसानों का आंदोलन जारी है और अब इसे अलग-अलग जगहों से समर्थन मिल रहा है। बीते दिन हरियाणा के जींद में महापंचायत हुई जिसमें तीनों कृषि कानूनों का वापस लेने का प्रस्ताव पारित किया गया। अब किसान संगठनों की ओर से 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम की तैयारियां की जा रही हैं।
पुलिस द्वारा रोके जाने पर हरसिमरत कौर ने कहा कि यहां 3 किलोमीटर तक बैरिकेडिंग लगी हुई। ऐसे में किसानों की क्या हालत हो रही होगी। हमें भी यहां रोका जा रहा है हमें भी उनसे मिलने नहीं दे रहे।
इस बीच दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर एक बार फिर सियासत के केंद्र में हैं। आज वहां जबरदस्त हलचल है। विपक्षी नेताओं का एक दस्ता आज वहां पहुंचा। इसमें 8 राजनीतिक दलों के सांसद थे। इन सांसदों ने किसानों से मुलाकात की। उनकी मुश्किलें जानीं और लौटकर ये सांसद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को रिपोर्ट देंगे।
Delhi: Opposition leaders who have reached Ghazipur border to meet the protesting farmers have been stopped by Police. pic.twitter.com/SDsZNJNPvF
— ANI (@ANI) February 4, 2021
इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर आज भी सुरक्षा सख्त है. हालांकि दिल्ली पुलिस ने कील-काटों की कतारें ढीली करनी शुरु कर दी है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन्हें नए सिरे से लगाया जाएगा यानी अभी ये साफ नहीं कि गाजीपुर बॉर्डर से सुरक्षा कम की जाएगी या नहीं। हालांकि, दिल्ली पुलिस के सूत्रों के कहना है कि कुछ जगहों पर कील की री-पोजिशनिंग की जा रही है।
Delhi: Nails that were fixed near barricades at Ghazipur border are being removed. pic.twitter.com/63Xfr6Xwbz
— ANI (@ANI) February 4, 2021
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि हम गाजीपुर से कील हटा नहीं रहे हैं, बल्कि कुछ जगहों पर पब्लिक जो आने-जाने वाली है उसको परेशानी न जो इसलिए हम कील की री-पोजिशनिंग कर रहे हैं।
#WATCH | Nails that were fixed near barricades at Ghazipur border (Delhi-UP border) are being removed. pic.twitter.com/YWCQxxyNsH
— ANI (@ANI) February 4, 2021
वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने कहा कि फिलहाल कीलों को निकाला जा रहा है, अभी पता नहीं है कि कैसे और कब कीलें लगाई जाएंगी।
आपको बता दें कि 26 जनवरी की हिंसा के बाद संसद सत्र की शुरुआत से ही गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने ना सिर्फ मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग और रास्तों को कंटीले तारों से रोका था बल्कि आसपास के जंगल वाले इलाके में कंटीले तार लगा दिए थे। ऐसा करने से सबसे ज्यादा परेशानी आम लोगों को हो रही है।
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इस बीच एनसीपी नेता सुप्रिया सुले समेत विपक्ष के कई सांसद आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं, हालांकि उन्हें पुलिस ने रोक लिया है। बीते कुछ वक्त में लगातार विपक्षी नेताओं का गाजीपुर बॉर्डर पर जमावड़ा लगा है। यहां राकेश टिकैत की अगुवाई में किसानों का आंदोलन बीते 70 दिन से अधिक समय से चल रहा है।