जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. कोरोना महामारी आने के बाद से कई राज्य बगैर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या आरटीपीसीआर टेस्ट के बगैर अपने राज्य में इंट्री नहीं दे रहे हैं तो वहीं झारखंड के साहिबगंज जिले से अजीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है. यहाँ एक सरकारी अस्पताल राजमहल अनुमंडल अस्पताल में पांच सौ रुपये लेकर फर्जी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने अस्पताल के कम्युनिटी हेल्थ वर्कर माँगी लाल तांडी को गिरफ्तार कर लिया है.
अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ. संजय ने बताया कि बगैर वैक्सीन लिए ही पैसे लेकर सर्टिफिकेट दिए जाने का एक वीडियो और आडियो क्लिप सामने आयी तो सिविल सर्जन ने मामले की जांच कराइ. पता चला कि वाकई माँगी लाल पांच सौ रुपये में सर्टिफिकेट दे रहा था.
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यह बात पता चलने के बाद मेडिकल क्षेत्र में हड़कम्प इसलिए मच गया क्योंकि मुंबई जा रहे 60 मजदूरों को यह व्यक्ति पांच-पांच सौ रुपये में फर्जी सर्टिफिकेट देने वाला था. सिविल सर्जन के निर्देश पर माँगी लाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है. अस्पताल को शक है कि इस मामले में अकेला माँगी लाल शामिल नहीं है. कम से कम दो-तीन लोग और इसमें जुड़े हो सकते हैं. पुलिस मांगी लाल से पूछताछ कर पूरे रैकेट का भंडाफोड़ करेगी.