- हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच वाशिंगटन समेत 40 शहरों में कर्फ्यू
- डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस के भूमिगत बंकर में लेनी पड़ी शरण
- व्हाइट हाउस तक पहुंची प्रदर्शन की आग
न्यूज डेस्क
अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के खिलाफ जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन की आग व्हाइट हाउस तक पहुंच गई है। अमेरिका के कई शहरों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन के जवाब में रविवार को वाशिंगटन समेत अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया। इससे निपटने के लिए 5,000 नेशनल गार्ड सदस्य सक्रिय हो गए हैं और जरूरत पडऩे पर अन्य 2000 अन्य तैनात हो सकते हैं।
कोरोना महामारी से जूझ रहे अमेरिका में ट्रंप सरकार के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है। अमेरिका में कई जगह ये प्रदर्शन हिंसक भी हो गए हैं। व्हाइट हाउस के बाहर भी प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
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अमेरिका में यह प्रदर्शन व्यापक स्तर पर फैल गया है। न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस तक में लोग सड़क पर उतर गए हैं। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बढ़ते तनाव के बीच वाशिंगटन में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
वहीं वाशिंगटन में 200 साल पुराने सेंट जॉन्स एपिस्कोपल चर्च के तहखाने में आग लग गई है। इस दौरान कई जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं।
United States: Clash broke out between Police and protestors in Boston, Massachusetts while they were protesting against the death of African-American man George Floyd in Police custody. Protestors also damaged a Police vehicle. pic.twitter.com/Npl9gRd64X
— ANI (@ANI) June 1, 2020
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ट्विटर पर देश भर के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ‘कानून और व्यवस्था’ और पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करने का संदेश देते नजर आए, तो वहीं जो बिडेन ने चुपचाप अपने गृहनगर विलमिंगटन, डेलावेयर के विरोध प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और कुछ प्रदर्शनकारियों से बात की। वह अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित राष्ट्रपति उम्मीदवार हैं। इस साल नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होना है।
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ह्यूस्टन में 100 से अधिक लोग गिरफ्तार
पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन के दौरान ह्यूस्टन शहर में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ह्यूस्टन पुलिस ने रविवार सुबह ट्वीट किया कि विभिन्न अपराधों को लेकर 100 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
बंकर में लेनी पड़ी ट्रंप को शरण
वाशिंगटन में शुक्रवार रात व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस के भूमिगत बंकर में ले जाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रम्प ने बंकर में लगभग एक घंटा बिताया, जिसे आतंकवादी हमलों जैसी आपात स्थितियों में उपयोग के लिए डिजाइन किया गया था।
शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने व्हाइट हाउस की ओर रुख किया। सिक्रेट सर्विस और संयुक्त राज्य अमेरिका पार्क पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें आगे बढऩे से रोका।
कानून प्रवर्तन सूत्र और इस घटना से संबंधित एक अन्य सूत्र ने बताया कि अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन को भी बंकर में ले जाया गया था। प्रोटोकॉल के अनुसार, अगर अधिकारी राष्ट्रपति ट्रंप को बंकर में ले जाते हैं तो उन्हें अन्य सुरक्षा प्राप्त लोगों को भी वहां ले जाना होता, मतलब मेलानिया और बैरन दोनों लोगों को ले जाना अनिवार्य था।
क्या है मामला
यह प्रदर्शन पिछले दिनों जॉर्ज फ्लोयड नाम के एक अश्वेत व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर हो रहा है। फ्लोयड की गर्दन पर श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा घुटना रखे जाने का वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में दिखता है कि पुलिसअधिकारी अपने घुटने से लगभग आठ मिनट व्यक्ति की गर्दन दबाए रखता है। इस दौरान अश्वेत व्यक्ति सांस रुकने की बात कहता नजर आता है। इसे लेकर लोगों में काफी रोष है।