जुबिली न्यूज डेस्क
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर आरबीआई से लेकर अर्थशास्त्री लगातार चिंता जता रहे है। बीते दिनों आरबीआई गर्वनर ने कहा था कि पिछला छमाही नकारात्मक रहा है और आने वाला भी नकारात्मक रहने की उम्मीद है। इसी कड़ी में इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस के चलते इस वित्त वर्ष में देश की आर्थिक गति आजादी के बाद सबसे खराब स्थिति में होगी।
नारायणमूर्ति के इस बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने आर्थिक मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। बुधवार को राहुल गांधी ने इन्फोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति से जुड़ी एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा, ‘मोदी है तो मुमकिन है।’
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दरअसल नारायणमूर्ति ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस के चलते इस वित्त वर्ष में देश की आर्थिक गति आजादी के बाद सबसे खराब स्थिति में होगी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द पटरी पर लाया जाना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि इस बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में स्वतंत्रता के बाद के सबसे बड़ी गिरावट दिख सकती है।
उन्होंने एक ऐसी नई प्रणाली विकसित करने पर भी जोर दिया जिसमें देश की अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में प्रत्येक कारोबारी को पूरी क्षमता के साथ काम करने की अनुमति हो।
साफ्टवेयर क्षेत्र में बड़ी पहचान रखने वाले मूर्ति यहां ‘भारत की डिजिटल क्रांति का नेतृत्व’ पर आयोजित एक परिचर्चा में भाग ले रहे थे।
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मोदी है तो मुमकिन है। pic.twitter.com/V1fS7nStIt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 12, 2020
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। पुष्पेंद्र राठौर @rathoreBHU लिखते हैं, ‘अमेरिका में कोरोना काल में बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है। मोदी ने ऐसा क्यों नहीं किया। पीएम केयर फंड बनाने के बाद भी?’
इसी तरह एक यूजर आदित्य गर्ग@AdityaGargIYC लिखते हैं, ‘सरकार दिवालिया है, मगर अंबानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स हैं।’
वहीं फिक्सिट @yippeekiyay_dk नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘सब क्षेत्र में यही हाल है। मोदी और उनके निक्कमे मंत्री सिर्फ अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए और अपने दोस्तों की सेवा के लिए सब बेचते जा रहे हैं।’
एक यूजर @Ravish356 लिखते हैं, ‘ये तो होना ही था कहां गए अंध भक्त जो कहते थे मोदी है तो मुमकिन है। चलो आज मैं भी कहता हूं मोदी है तो मुमकिन है।’