जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना की पहली लहर के बाद भारत की अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चुनौतियां कम होती नहीं दिख रही हैं। तालाबंदी की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर होती नजर आई है और अब कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका फिर लगा।
वित्तीय वर्ष 2021 में भारत की विकास दर -7.3 प्रतिशत रही जो पिछले चार दशक से अधिक समय में यह सबसे खराब कही जायेगी।
सरकार द्वारा सोमवार को जो आंकड़े जारी किये उससे यही पता चल रहा है कि भारत की विकास दर -7.3 प्रतिशत पर लुढक़ी है।
बता दें कि भारत की अर्थव्यवस्था 2020-21 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान 1.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी जरूर थी लेकिन पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी में 7.3 फीसदी लुढक़ी है और इसमें गिरावट साफ देखी जा सकती है। बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 में चार प्रतिशत इजाफा देखने को मिला था वृद्धि दर्ज की गई थी जो 11 वर्ष के लिहाज से सबके कम थी।