न्यूज डेस्क
बीसीसीआई प्रमुख व पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली की बेटी ने सना ने नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में एक पोस्ट किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गई। जहां कुछ लोगों ने सना को साहसी बताया तो वहीं ज्यादातर लोग सना को ट्रोल करने लगे। बेटी को घिरता देख सौरभ गांगुली खुद बचाव में आए और उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा-मेरी बेटी को इन सबसे दूर रखें।
बीसीसीआई प्रमुख सौरभ गांगुली ने बुधवार को ट्विटर पर कहा कि उनकी बेटी अभी काफी युवा हैं। उन्हें राजनीतिक मामलों की समझ नहीं है। गांगुली ने अपनी बेटी को राजनीति से दूर रखने की अपील भी की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कृपया सना को इन सबसे बाहर रखें… यह पोस्ट सच नहीं है… राजनीति में कुछ भी समझने के लिए वह बहुत छोटी है।’
Please keep Sana out of all this issues .. this post is not true .. she is too young a girl to know about anything in politics
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) December 18, 2019
पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने इस ट्वीट को अपना पिन ट्वीट भी बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने सना के स्कूल के आखिरी दिन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि 14 साल के स्कूल लाइफ का आज आखिरी दिन है।
गौरतलब है कि गांगुली की बेटी सना के इंस्टाग्राम अकाउंट से फासीवाद के विरोध में एक पोस्ट डाली गई थी जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई। हांलाकि बाद में वह पोस्ट हटा ली गई।
18 साल की सना गांगुली 12वीं में हैं। अपनी मां डोना की ही तरह वह भी एक ओडिशी डांसर हैं। सना कई बार अपनी मां के साथ स्टेज परफॉर्मेंस भी दे चुकी हैं।
सना गांगुली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर मशहूर पत्रकार व लेखक खुशवंत सिंह की किताब ‘द एंड ऑफ इंडिया’ के एक अंश को पोस्ट किया था।
पोस्ट में लिखा था कि फासीवादी ताकतें हमेशा एक या दो कमजोर वर्ग को निशाना बनाती हैं। पोस्ट में आगे लिखा था, ‘नफऱत के आधार पर उपजा आंदोलन तभी तक चल सकता है जब तक भय और संघर्ष का माहौल बना रहे। आज हम में से जो लोग यह सोच कर ख़ुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं कि वो मुसलमान या ईसाई नहीं हैं, वो मूर्खों की दुनिया में जी रहे हैं।’ बाद में वह पोस्ट डिलीट कर दी गई।
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