जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व सरकारी अधिकारी की 23 वर्षीय बेटी के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। तीन आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। इसमें से दो चाय की दुकान चलाने वाले हैं। वहीं, एक एंबुलेंस चालक है। मामला किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के गेट के पास का है। पांच दिसंबर को इस वारदात को अंजाम दिया गया था। घटना के छह दिन बाद 10 दिसंबर को लड़की के परिजन पुलिस के पास पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायत दर्ज कराने के 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस रविवार- सोमवार की रात को बाजारखाला इलाके से इन तीनों को दबोचा। महिला की ओर से वजीरगंज थाने में केस दर्ज कराया गया। राजधानी के विभूतिखंड इलाके में रहने वाले पूर्व पीसीएस अधिकारी की बेटी के साथ वारदात के बाद पुलिस महकमे ने तेजी से कार्रवाई की।
केजीएमयू में डिप्रेशन का इलाज करा रही पीड़िता
गैंगरेप पीड़िता केजीएमयू में डिप्रेशन का इलाज करा रही है। पांच दिसंबर को वह अस्पताल के बाहर आई थी। इसी दौरान दो चाय दुकानदार और एक एंबुलेंस चालक ने उसे अपनी जाल में फांसा। पुलिस का कहना है कि आरोपी लड़की को कार में बैठाकर घंटों शहर में घुमाते रहे। कथित तौर पर हसनगंज के आईटी क्रॉसिंग और बाराबंकी के सफेदाबाद के बीच वाहन में लड़की के साथ गैंगरेप किया। इससे पहले लड़की को उन लोगों ने नशीला पदार्थ पीने को मजबूर किया था। महिला की ओर से वजीरगंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के 12 घंटे बाद गिरफ्तारी हुई।
पीड़िता की शिकायत के बाद रविवार को पुलिस ने तीन आरोपियों सत्यम मिश्रा (22), मोहम्मद सुहैल (23) और मोहम्मद आलम (31) के खिलाफ आईपीसी की धारा 376डी (गैंगरेप), 342, 323, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज की। डीसीपी (पश्चिम) राहुल राज ने कहा कि आरोपियों को रविवार- सोमवार रात करीब 12:45 बजे बाजारखाला इलाके में सुन्नी इंटर कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया गया। डीसीपी ने कहा कि लड़की की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण तुरंत केस दर्ज नहीं कराया जा सका।
सामने आई वारदात की पूरी कहानी
पुलिस ने इस वारदात से पर्दा उठाया है। डीसीपी राहुल ने कहा कि केजीएमयू में पीड़िता का इलाज चल रहा है। वह विभाग के गेट पर चाय पीने सत्यम मिश्रा की दुकान पर जाती थी। वह सत्यम को जानती थी। 5 दिसंबर को लड़की जब चाय पीने गई तो उसने फोन चार्ज करने की बात कही। उसकी मानसिक स्थिति का लाभ उठाते हए सत्यम ने उसे पास में खड़ी एंबुलेंस में मोबाइल चार्ज करने की बात कहकर फांस लिया। सत्यम के कहने पर महिला ने अपना फोन एंबुलेंस में चार्ज पर लगा दिया। वह उसके पूरे चार्ज होने का इंतजार करने लगी।
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एंबुलेंस चालक इसी बीच मरीज को लाने के लिए गाड़ी लेकर चला गया। काफी देर बीतने के बाद भी जब वह नहीं आया तो लड़की ने सत्यम से फोन के बारे में पूछा। सत्यम ने बताया कि एंबुलेंस डालीगंज में है। वह उसे लेकर डालीगंज गया। ई-रिक्शा से आईटी चौराहा पहुंचने के बाद उसने एंबुलेंस चालक को फोन किया। वहां लड़की का फोन मिल गया।
गाड़ी में जबरन किया था सवार
लड़की फोन मिलने के बाद जाने लगी तो सत्यम और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर उसे पास में खड़ी कार में बैठने को मजबूर किया। डीसीपी ने कहा कि लड़की को उन लोगों ने नशीला पदार्थ और शराब पिलाई। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि सत्यम और उसके सहयोगियों ने मुझे धमकी दी कि अगर मैंने उनका आदेश नहीं माना तो वे मुझे कार से बाहर फेंक देंगे। उन्होंने मेरे साथ गैंगरेप किया। इसको मोबाइल पर फिल्माया। मैंने उनके पैर छुए और वीडियो हटाने का अनुरोध किया। उनसे सेक्टर- 9 इंदिरा नगर में मेरे दोस्त के घर पर मुझे छोड़ने के लिए कहा। उन्होंने मुझे मुंशीपुलिया में छोड़ दिया और वहां से भाग गए।