जुबिली न्यूज डेस्क
भारत के सभी त्योहारों में गणेश महोत्सव बहुत ही खास होता है. वैसे तो हर महीने की चतुर्थी तिथि को गणेश जी की पूजा की जाती है. लेकिन, भाद्रपद मास की गणेश चतुर्थी बहुत ही खास मानी जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी को मनाया जाता है.
गणेश चतुर्थी का पर्व भारत में खूब हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बप्पा को लोग घर लाते हैं और उनका विधि विधान से पूजा करते हैं। फिर उन्हें अपने सामर्थ्य अनुसार घर पर कुछ दिनों तक रखकर या पूरे 10 दिन रखकर विसर्जित करते हैं। पहले ये त्योहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र और इनके कुछ हिस्सों में मनाया जाता था पर अब ये पूरे भारत में मनाया जाने लगता है।
गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है
गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो बाधाओं को दूर करने वाले और ज्ञान व समृद्धि के संरक्षक भगवान गणेश के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी की शुरुआत 16वीं शताब्दी में मराठा राजा शिवाजी के शासनकाल के दौरान हुई थी। भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक लोकमान्य तिलक के प्रयासों की बदौलत इस त्योहार को 19वीं सदी में लोकप्रियता मिली। तिलक ने भारतीयों को एकजुट करने और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए गणेश चतुर्थी को एक सार्वजनिक त्योहार के रूप में लोकप्रिय बनाया।
गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है, और भक्त सफलता और समृद्धि के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं। गणेश को ज्ञान और बुद्धि का संरक्षक माना जाता है। गणेश चतुर्थी सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को पार करते हुए लोगों के बीच एकता और सद्भाव को बढ़ावा देती है। यह त्योहार भारतीय संस्कृति, परंपराओं और संगीत, नृत्य और थिएटर जैसे कला रूपों को प्रदर्शित करता है।
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी की तिथि 6 सितंबर यानी कल दोपहर 3 बजकर 01 मिनट पर शुरू हो चुकी है और इस तिथि का समापन 7 सितंबर यानी आज शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा. 7 सितंबर यानी आज सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक. इसके लिए कुल 2 घंटे 31 मिनट
गणेश चतुर्थी शुभ योग
गणेश चतुर्थी इस बार बहुत ही खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन कई सारे शुभ योग बनने जा रहे हैं. जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, ब्रह्म योग और इंद्र योग बनने जा रहे हैं.
गणेश चतुर्थी पर क्यों की जाती है स्थापना
गणेश चतुर्थी का दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान लोग अपने घरों, मंदिरों, और इत्यादि जगहों पर भगवान गणेश की मूर्ति और प्रतिमा लाकर बड़े ही धूमधाम के साथ इस पर्व को मानते हैं. कहा जाता है कि भगवान गणेश को अपने घर लाने, उनकी पूजा अर्चना करने से, व्यक्ति को जीवन में सफलता और समृद्धि मिलती है.