जुबिली स्पेशल डेस्क
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के गृह राज्य गुजरात में उन्हीं के हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे पर भाषण प्रतियोगिता कराने का हैरान करने का मामला सामने आया है।
इतना ही नहीं इस प्रतियोगिता में महात्मा गांधी को लेकर तमाम तरह की बुराई की गई और नाथूराम गोडसे की तारीफों के पुल बांधे गए है। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले बच्चों ने बापू की बुराई कर नाथूराम को अपना आइडियल तक बता डाला है।
मामला प्रकाश में आने के बाद अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है। जिस बच्चे ने नाथूराम गोडसे को अपना हीरो बताया था उसे प्रथम पुरस्कार भी मिला है। इसी के बाद पूरा विवाद सामने आया है।
इस स्कूल में पांच से आठ साल के बच्चों ने भाग लिया। स्कूल की प्रिंसिपल अर्चना देसाई का कहना है कि उन्होंने इस प्रतियोगिता का आयोजन, जिला अधिकारी के आदेश के बाद ही किया था। इस मामले और ज्यादा प्रकाश में आ गया है।
कुसुम विद्यालय की प्रशासक अर्चना देसाई बोलीं, ‘‘हमने इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए केवल अपने स्कूल परिसर को विभाग को उपलब्ध कराया था। न केवल विषय, यहां तक कि प्रतियोगिता के लिए निर्णय करने वालों का चयन वलसाड जिला कार्यालय द्वारा किया गया था।’’
स्थानीय अखबार में खबर भी छपी थी और इसमें दावा किया गया है कि एक स्टूडेंट ने ‘‘मेरा रोल मॉडल नाथूराम गोडसे’’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता जीती है। एक न्यूज एजेंसी ने इसपर जानकारी दी है कि गुजरात सरकार ने वलसाड जिले की यूथ डेवलपमेंट अफसर को ‘‘मेरा रोल मॉडल- नाथूराम गोडसे’’ विषय पर स्कूली छात्रों के लिए भाषण प्रतियोगिता कराने को लेकर बुधवार को निलंबित कर दिया।