जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत में क्रिकेट को लोग भगवान की तरह पूजते हैं। दरअसल 1983 विश्व कप के बाद से भारत में क्रिकेट की अलग हवा चलने लगी। इसके बाद 2011 विश्व कप जीतकर भारत ने एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस दौर में सचिन, विराट और माही जैसे खिलाडिय़ों ने दमदार प्रदर्शन किया है।
दरअसल क्रिकेट में भारत ने शानदार रिजल्ट दिया है। इस वजह से क्रिकेट को सबसे ज्यादा तरजीह मिलती है। इसके आलावा अगर दूसरे खेलों की बात की जाये तो बैडमिंटन एक ऐसा खेल है जिसमें भारत लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
80 के दशक में प्रकाश पादुकोन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप का खिताब जीता। कहा जाता है कि इसके बाद से ही भारत में बैडमिंटन को लोग पसंद करने लगे।
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प्रकाश पादुकोन के बाद गोपीचंद ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीती। इन दोनों की वजह से भारत में बैडमिंटन को अलग पहचान मिली। दोनों ही खिलाडिय़ों ने गेम को छोडऩे के बाद कोचिंग करनी शुरू की और अकादमी खोली।
भले ही दोनों की अकादमी को लेकर तमाम तरह के सवाल किये जाते हो लेकिन सच्चाई यही है कि दोनों अकादमी से लगातार खिलाड़ी निकल रहे हैं और देश का नाम रौशन कर रहे हैं।
सायना ने एक के बाद एक खिताब जीतकर भारत का झंडा बुलंद कर दिया है। हालांकि सायना का दौर अब खत्म होता नजर आ रहा है लेकिन उनके बाद अगली सायना के रूप में पीवी सिंधु लगातार करिश्मा कर रही है जबकि पुरुष खिलाड़ी की बात की जाये तो श्रीकांत भी चर्चा में बने रहते हैं।
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ओलम्पिक में भारत कैसा प्रदर्शन करता है। इन्हीं मुददें को लेकर हम आज बात करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे बैडमिंटन में भारत की क्या संभावना है। हमारे साथ दो खास मेहमान होगे। इलाहाबाद से हमारे साथ जुड़ रहे है अभिनव श्याम गुप्ता और जलांधर से सचिन रत्ती जुड़ रहे हैं।