जुबिली न्यूज डेस्क
धर्मांतरण एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसके सामने आने के बाद हैरानी में डाल दिया है। दरअसल गेमिंग और चैटिंग ऐप की एक लिस्ट तैयार हुई है। साइबर सेल ऐसे सभी ऐप की जानकारी जुटा रही है, जो अवैध तरीके से चल रहे हैं।
गूगल और एपल स्टोर ने सुरक्षा के लिए खतरा बताकर ऐसे ऐप को अपने स्टोर में रखने से प्रतिबंधित कर दिया था। बदमाशों ने फिर उसे वेबसाइट के जरिए लोगों तक पहुंचाने की तैयारी कर ली। 12वीं के छात्र के धर्मांतरण के प्रयास में जिस गेमिंग और चैट ऐप का नाम आया, वह प्ले स्टोर या एपल स्टोर पर नहीं था।
ऐप की लिस्ट साइबर सेल ने तैयार की
उसे भी एक वेबसाइट पर दिए गए लिंक से इंस्टॉल किया जा रहा था। वेबसाइट से इंस्टॉल होने वाले कई संदिग्ध ऐप की लिस्ट साइबर सेल ने तैयार की है। उनके डिवेलपर को अब नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। धर्मांतरण के प्रयास के मामले में पुलिस ने रविवार को एक आरोपी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया था। अब तक की जांच में पता चला है कि अब्दुल 12वीं के छात्र, उसके दोस्त के साथ ही फरीदाबाद और चंडीगढ़ के युवकों के संपर्क में था। उन्हें भी धर्मांतरण के लिए उकसा रहा था।
पुलिस दो तरीके से कर रही कार्रवाई
गेमिंग ऐप से धर्मांतरण के प्रयास का केस सामने आने के बाद पुलिस 2 तरीके से कार्रवाई कर रही है। एक टीम मास्टरमाइंड बद्दो और उसके साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। बद्दो की आखिरी लोकेशन मुंबई में मिली थी। दूसरे तरीके से कार्रवाई में साइबर सेल की टीम जुटी है।
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ऐसे ऐप से कौन सी सूचनाएं यूजर्स की लीक हो रहीं या दूसरी तरह की कौन सी गतिविधियां चल रही हैं। मुख्य आरोपी बद्दो के बैंक की एक डिटेल पुलिस के हाथ लगी थी। करीब 200 पेज की बैंक डिटेल में देश के कई हिस्सों से रुपये जमा कराए गए थे।
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विदेशी कनेक्शन की जांच तेज
धर्मांतरण के इस केस में पुलिस को विदेशी लिंक का भी शक लग रहा है। यही कारण है कि पुलिस आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल भी निकलवा रही है। अब तक सिर्फ बद्दो के बैंक खाते के बारे में पता चला है। हालांकि उसके 200 पेज की ट्रांजेक्शन में कोई फंड विदेश से नहीं मिला है। पुलिस को शक है कि विदेश से रुपये दूसरे तरीकों से मिले होंगे। हाल ही में ऐसे कई केस आए, जिनमें ठगी के रुपये को क्रिप्टो करंसी में बदलकर दुबई भेजा गया था। ऐसी कड़ियों को जोड़कर भी पुलिस जांच कर रही है।