न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में जापान के ओसाका में आज ब्रिक्स देशों के साथ अनौपचारिक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर नाम लिए बिना पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा की विश्व के लिए आतंकवाद एक बड़ा खतरा है। इसके लिए हमे सबसे पहले प्राथमिकता देनी चाहिए और इसके लिए सारे रास्ते बंद होने चाहिए।
PM Modi at informal BRICS meeting in Osaka: Terrorism is the biggest threat to humanity. Not only it takes lives of the innocents, it negatively affects economical development & communal harmony. We have to stop all mediums of support to terrorism & racism pic.twitter.com/ppUP6qIc2g
— ANI (@ANI) June 28, 2019
इस बैठक में जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको आतंकवाद के मुद्दे पर एक ग्लोबल कांफ्रेस करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, आज मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा ‘आतंकवाद’ है। यह न केवल मासूमों की जान लेता है, बल्कि आर्थिक विकास और सांप्रदायिक सद्भाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। हमें आतंकवाद और नस्लवाद के समर्थन के सभी माध्यमों को रोकना होगा।
ट्रम्प से मुलाकात कर इन मुद्दों पर हुई चर्चा
जी-20 शिखर सम्मेलनके दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से मुलाकात की और उनकी जीत पर ट्रंप ने बधाई दी और उनका शुक्रिया अदा किया। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने चार मुद्दों का जिक्र किया, जिस पर अमेरिका के साथ चर्चा होने वाली है।
पीएम मोदी ने कहा कि आपने जीत की बधाई दी, आपका भारत के प्रति प्यार है, उसके लिए आभारी हूं। समय की सीमा में जो चार विषयों पर चर्चा करना चाहूंगा वो हैं, ईरान, 5जी, द्वीपक्षीय और रक्षा संबंध।
अमेरिका-भारत द्विपक्षीय वार्ता के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि एस-400 मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। ईरान को लेकर प्राथमिक तौर पर ध्यान में यह बात पर थी कि हम वहां स्थिरता कैसे सुनिश्चित करते हैं, क्योंकि अस्थिरता हमें कई तरह से प्रभावित करती है, न केवल ऊर्जा जरूरतों के मामले में, बल्कि खाड़ी में बड़े पैमाने पर प्रवासी भारतीय रहते हैं।