जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल यहां पर बेहद खौफनाक घटना सामने आई है। स्थानीय मीडिया की माने तो मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र सडक़ पर घुमाने का शर्मनाक मामला सामने आया है।
बात यहीं पर खत्म नहीं हुई बल्कि घटना का वीडियो बनाया गया है और फिर इसे देशभर वायरल कर दिया गया है।अब तक मणिपुर में हिंसा देखने को मिल रही थी उसमे मार-काट की खबरें लगातर आती रही है लेकिन बुधवार को दो महिलाओं के साथ बर्बरता और भयावहता का जो वीडियो सामने आया, जिसके बाद पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
अब सवाल है कि चार मई के दिन मणिपुर के उस गांव में आखिर क्या हुआ था। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ उसमें देखा जा सकता है कि भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सडक़ पर घुमाया जा रहा है और काफी भीड़ है।
कुछ सेकंड के इस वीडियो में ये भी दिख रहा है कि भीड़ किस तरह से उन महिलाओं के साथ यौन हिंसा करती नजर आ रही है। वायरल वीडियो चार मई का बताया जा रहा है लेकिन वायरल अब हुआ तब जाकर मामला प्रकाश में आया है। वायरल वीडियो में बर्बरता दिखायी दे रही है लेकिन सच ये हैं कि इससे कहीं ज्यादा बर्बरता की गई थी।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में इन महिलाओं ने उस खौफनाक घटना के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि घटना के वक्त पुलिस वहीं मौजूद थी और उन्होंने हमें भीड़ के हवाले छोड़ दिया। इनमें एक महिला की उम्र 20 साल और दूसरी की उम्र 40 साल बताई गई है।
उस दिन वहां पर भीड़ ज्यादा था और इसी बेकाबू भीड़ ने गांव को निशाना बनाया। इस दौरान महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया और उनके कपड़े उतारने को मजबूर किया था।
मामला यहीं नहीं खत्म हुआ हत्याएं की थीं। बड़ी मुश्किल से दो महिलाएं उस भीड़ से बचकर भागने में कामयाब हुई थीं।ये घटना मणिपुर के थोबल जिले की है। इस जिले को मैतेई बहुल माना जाता है।पीड़िताओं ने कहा कि युवा महिला के साथ दिनदहाड़े गैंगरेप किया गया।
शिकायत में महिलाओं ने कहा, कांगपोकपी जिले में उनके गांव पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिसके बाद वह आश्रय के लिए जंगल में भाग गए थे। बाद में उन्हें थौबल पुलिस ने बचाया और जब हम लोगों को पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था तब भीड़ ने हमें रास्ते में रोक लिया और पुलिस स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूरी पर पुलिस की कस्टडी से छीन लिया।
अपने पति के घर से फोन पर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में युवा महिला ने कहा, ‘पुलिस भी उस भीड़ के साथ थी, जिसने हमारे गांव पर हमला किया। पुलिस ने हमें हमारे घर के पास से उठाया और गांव से थोड़ी दूर ले जाकर सड़क पर भीड़ के हवाले कर दिया. हमें पुलिस ने ही उनके हवाले किया था।’