जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। नोएडा के सेक्टर-63 स्थित कंपनी के मैनेजर परितोष गौरव के बीते दिनों अपहरण के मामले में नोएडा फेज-3 पुलिस और पुलिस की स्टार-1 टीम एवं स्टार-2 टीम ने शुक्रवार को घटना में संलिप्त चार आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अपहरण में उपयोग की गई दो गाड़ी (यूपी 14 डीवी 5050, डीएल 8 सीएनए 4800) बरामद की हैं।
वहीं 11 अज्ञात आरोपित अभी फरार हैं। एसएसपी वैभव कृष्ण ने शुक्रवार को बताया कि 18 अप्रैल की देर रात सेक्टर-63 स्थित इन्फो सलूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में लगभग 15 लोग घुस गए थे और कंपनी के मैनेजर परितोष गौरव को अपनी कार में अपहरण कर ले गए थे।
कंपनी के मालिक आकाश श्रीवास्तव को फोन पर 10 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी लेकिन पुलिस की नाकेबंदी देख कर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (ऐम्स) के पास परितोष को छोड़ कर भाग गए थे। आकाश श्रीवास्तव ने घटना का मुकदमा फेज-3 थाने में कराया था। इसकी जांच के लिए पुलिस ने स्पेशल टीम गठित की गई थी।
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में गुरुवार की रात गठित टीम को सूचना मिली कि अपहरण के मामले में शामिल सारे आरोपित नोएडा के परथला चौक पर एक साथ किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे है। सूचना मिलते ही टीम ने परथला चौक पर जाकर वहां मौजूद अपहरण कांड के सूत्रधार गाजियाबाद निवासी अरुण यादव सहित सूर्य सिंह, बागपत निवासी सुनील तंवर और गौतबुद्ध नगर निवासी विपिन भाटी को गिरफ्तार किया।
बाकी के आरोपित भागने में सफल रहे। रुपये के लेनदेन के कारण दिया घटना को अंजाम वैभव कृष्ण ने बताया कि अरुण यादव जनवरी 2019 तक सेक्टर-63 में ही टैंक एलोइंस सलूशन नाम का कॉल सेंटर चलाता था और आकाश वहीं बगल वाले कॉल सेंटर ने नौकरी करता था। उसी दौरान आकाश श्रीवास्तव और अरुण यादव की जान पहचान हुई थी।
उस कॉल सेंटर में अरुण को घाटा लगने के बाद वह अपने ऑफिस स्पेस का किराया दिए बगैर फरार हो गया था। उसी समय अरुण के एक अन्य परिचित के कोलकाता स्थित एक कॉल सेंटर से धोखाधड़ी से पाए 25000 अमेरिकी डॉलर को भारत लाने के लिए अरुण ने आकाश का खाता उपयोग किया था। लेकिन आकाश ने वह रुपये अरुण यादव को वापस नहीं किये थे।
वहीं रुपये लेने के लिए अरुण अपने 15 मित्रों के साथ आकाश श्रीवास्तव के ऑफिस गया था। मगर बात नहीं बनता देख सभी आरोपितों ने कंपनी के मैनेजर परितोष का अपहरण कर लिया था। विदेशी रुपये और कॉल सेंटर की जांच करेगी पुलिस एसएसपी ने बताया कि पुलिस कोलकाता से लाए 25000 डॉलर की भी पुलिस जांच करेगी। रुपये कहा से लाए गए।
विदेशी पैसे का स्रोत क्या है इसकी जांच की जाएगी। यह भी जांच किया जाएगा कि वह कॉल सेंटर मान्यता प्राप्त है कि नहीं। अगर इस सब में कही कही गड़बड़ी पाई जाती है तो आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम को मिला पुरस्कार एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपहरण कांड के आरोपितों को पकड़ने के लिए स्टार-1 टीम के उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार शर्मा को 5000 रुपये नकद एवं प्रशस्ति पत्र इनाम के रूप में दिया। साथ ही क्षेत्राअधिकारी नगर द्वितीय पीयूष कुमार सिंह को प्रशस्ति पत्र दिया।