जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। श्रीराम लीला समिति ऐशबाग के तुलसी शोध संस्थान की ओर से श्रीराम लीला परिसर में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव- 2019 में संजोली पाण्डेय के लोकगीतों व मनीष यादव के बुन्देलखण्डी लोकनृत्य ने मंत्र मुग्ध किया।
समारोह में श्रीराम लीला समिति के सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी और अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल ने गोपाल किशोर सेठ को नेत्रदान प्रोत्साहन के लिए तुलसी गौरव सम्मान से सम्मानित किया। संगीत से सजे कार्यक्रम में लोकगायिका संजोली पाण्डेय ने लोकगीतों की मनोरम छटा बिखेरी।
संजोली ने अपनी पुरकशिश आवाज में रामायण की चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी से अपने कार्यक्रम की शुरूआत कर लोकगीत रात हम देखनी सपनवा हो रामा, बड़ा नीक लागे सखी अंजोरिया में गांव, कोठे ऊपर कोठरी मैं उस पे रेल चला दूंगी को सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया।
मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त संजोली पाण्डेय ने अपनी सुमधुर आवाज में लोकगीत रंगीला मोरा बालमा, होले होले राधा चले, चइत में लागल बा कटनिया, जाकर नाम सुनत सुभ होइ और अंतिम प्रस्तुति के क्रम में रामजन्मोत्सव के तहत राम जनम का सोहर अइसन मनोहर मंगल मूरत को सुनाकर श्रोताओं की असंख्य तालियां बटोरी।
गोपाल किशोर सेठ को मिला तुलसी गौरव सम्मान
हृदय को हर्षातिरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त निषी मिश्रा के नृत्य निर्देशन में नृत्यधाम एकेडमी के कलाकारों प्रेक्षा गुप्ता, प्रज्ञा रंजन, अर्चिता, प्रियांशी, दक्षता, विदुषी, आर्या, मिस्का, भूमि, अरना, वषनी, खुशी, तान्या, अंशिका, आर्दिका ने गणेश स्तुति एक दंताए पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भगवान गणेश जी की भक्ति का रसपान कराया।
इसी क्रम में सभी कलाकारों ने दशावतार लीला में भगवान विष्णु के दसों अवतारों को नृत्य व भावों द्वारा दर्शाकर दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। भक्ति भावना से ओतप्रोत इस प्रस्तुति के उपरान्त श्री कृष्णा लोक संस्कृति विकास संस्थान मध्य प्रदेश के कलाकारों ने बुन्देलखण्डी नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी।
मनीष यादव के नृत्य निर्देशन में कपिल यादव, शुभम् यादव, योगेश यादव, प्रताप, अजय, संदीप, लखना, अरविन्द सहित अनय कलाकारों ने वृन्दावन का कृष्ण कन्हैया वंशी बजावत आए रे संग लाए ग्वाल बाल बरेड़ी नाच गीत पर आकर्षक बरेड़ी लोकनृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीता।