जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोरोना महामारी की वजह से देश की आर्थिक हालत को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इसका असर अब देखने को मिल रहा है। अब उपभोक्ताओं पर महंगाई की मार पड़ने वाली है। अब दैनिक इस्तेमाल में आने वाली चीजों जैसे साबुन, खाद्य तेल और पैकेटबंद सामान खरीदने के लिए आने वाले दिनों में लोगों को अधिक कीमतें चुकानी पड़ेंगी।
दरअसल कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से एफएमसीजी कंपनियों ने अपने उत्पादों की कीमतों को बढ़ाने का फैसला कर लिया है। इसमें कुछ कंपनियों ने जैसे मैरिको और अन्य ने अपने उत्पाद की कीमत बढ़ा भी दी हैं। जबकि डाबर, पारले और पतंजलि जैसी कंपनियां स्थिति पर नजर बनाये रखे हुए हैं।
एफएमसीजी कंपनियों का कहना है कि कच्चे माल की कीमतों का बढ़ने का असर अपने उत्पाद पर पड़ने का आकलन कर रहे हैं। हालांकि, काफी समय तक ऐसा करने से बच नहीं सकते। आने वाले समय में उन्हें कीमत में बढ़ोतरी करनी ही होगी।
इस मामले में पारले प्रोडक्ट्स सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह ने बताया कि पिछले तीन से चार महीनों में कच्चे माल की लागत और विशेष रूप से खाद्य तेल में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। इससे हमारे मार्जिन और लागत पर दबाव पड़ रहा है।
हालांकि, अभी तक किसी भी उत्पाद की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की गई है, लेकिन हम इस पर बारीकी से नजर बनाये हुए हैं। अगर, इसी तरह से लागत में बढ़ोतरी होती रहती हैं तो हमे भी उत्पाद की कीमत को बढ़ाना पड़ेगा ।
वहीं, डाबर इंडिया के सीएफओ ललित मलिक ने बताया कि हाल के महीनों में प्रमुख कच्चे माल जैसे आंवला और सोने की कीमत में वृद्धि हुई है। हम आगे भी प्रमुख वस्तुओं की कीमत में वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं। साथ ही हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि कच्चे माल की कीमत में वृद्धि का असर अपने उत्पाद की कीमत पर कम से कम आने दें। हम अपने उत्पाद की कीमत कम से कम बढ़ाने की योजना में हैं।
इन चीजों की कीमतों में होगा इजाफा
कच्चे माल की कीमत में लगातार हो रही बढ़ोतरी कि वजह से एलईडी टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और दूसरे कुछ होम अप्लायंसेस की कीमतें 10 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। कंज्यूमर ड्यरेबल बनाने वाली कंपनियों ने इसकी घोषणा पिछले साल दिसंबर में ही कर दी थी। मैन्युफैक्चरर्स का कहना है कि ग्लोबल वेंडर्स से सप्लाई कम होने की वजह से टीवी पैनल्स की कीमतों में 200 फीसदी की वृद्धि हुई है।
इसके अलावा क्रूड की कीमतें बढ़ने के चलते प्लास्टिक भी महंगी हो गई है। इसके चलते जनवरी से पैनासोनिक इंडिया, एलजी और थॉमसन ने अपने उत्पादों की कीमत बढ़ाने का फैसला किया था।