जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। यूपी में अब बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। लगातार महिला सशक्तिकरण के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले का है। जहां छेड़छाड़ का विरोध करना युवती को भारी पड़ गया। शोहदों ने युवती पर ज्वलन शील पदार्थ डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया।
गंभीर रूप से झुलसी युवती को पहले सीतापुर फिर बाद में लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी ज़ोन राजीव कृष्णा ने पीड़िता का हाल जानने सिविल अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिजनों को हर संभव मदद का आश्वसन दिया।
पूरा मामला बुधवार शाम सीतापुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम हाजीपुर का है। जहां इलाके के ही शोहदे ने छेड़छाड़ की शिकायत करने से बौखला कर युवती के घर में घुस कर उसको जिंदा जलाने की कोशीश की। लड़की की चीख पुकार सुनकर परिजन पहुंचे और उसे आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया।
सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। पीड़िता को लखनऊ के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया है जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
इस पूरे मामले में सीतापुर कोतवाली की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। घटना के एक दिन पहले पीड़िता शौच के लिए गई थी। तभी शोहदों ने छेड़छाड़ की थी, जिसकी शिकायत परिजनों ने कोतवाली में दी लेकिन लापरवाह कोतवाल ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जिसके चलते शोहदे का मनोबल और बढ़ गया।
आरोपियों ने युवती को जिंदा जला दिया और फरार हो गए। पुलिस अभी तक हाथ पर हाथ रखे बैठी है जबकि आरोपी शोहदे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
वही पीड़िता को देखने पहुंचे एडीजी ज़ोन राजीव कृष्णा ने बताया मामला गंभीर है आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सीतापुर डीएम- एसपी से बात की है पीड़िता के परिजनों को इलाज के लिए हर संभव मदद और मुआवजा देने का आग्रह किया है।
वहीं एडीजी ज़ोन ने कहा है कि प्रथम दृष्टया सीतापुर कोतवाली कि लापरवाही प्रतीत हो रही है। जांच के आदेश दे दिये गए हैं रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।