न्यूज डेस्क
भारत के आर्थिक विकास दर के अनुमान में इस साल रेटिंग एजेंसी फिच ने बड़ी कटौती की है। फिच ने इस साल भारत की ग्रोथ 5.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जबकि इससे पहले उसने 5.6 पर्सेंट ग्रोथ की भविष्यवाणी की थी।
रेटिंग एजेंसी फिच ने इसकी वजह कोरोना को बताया है। एजेंसी का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर में आई आर्थिक सुस्ती के असर के कारण ऐसा होगा।
इससे पहले मूडीज ने भी भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में बड़ी कटौती की थी। मूडीज ने वर्ष 2020 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 5.3 फीसदी कर दिया है। फरवरी में मूडीज ने अपने पिछले अनुमान के मुकाबले 10 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है।
बताते चले कि इससे पहले उसने 2020 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 5.4 पर्सेंट रहने का अनुमान जताया था। दुनिया भर की रेटिंग एजेंसियों और आर्थिक विश्लेषकों ने कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर की आशंका जताई है।
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बुधवार को संयुक्त राष्ट्र संघ के संगठन इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन ने इसके चलते दुनिया भर में 2.5 करोड़ नौकरियां छिनने की आशंका जताई है।
भारत में भी कोरोना वायरस का असर दिख रहा है। देश में बंदी जैसी स्थिति है। पर्यटन स्थल, स्कूल-कॉलेज, रेस्टोरेंट सब बंद कर दिए गये हैं।
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