न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण को लेकर खबर आ रही है की केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण शुरू करने का ‘मुहूर्त’ तय कर लिया है। ट्रस्ट कल अपनी पहली बैठक के दौरान मंदिर निर्माण को लेकर आगे की कार्ययोजना बनाने के साथ ही पारदर्शी ढंग से चंदा जुटाने पर भी चर्चा करेगा।
राजधानी दिल्ली में होने वाली राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक में इसके एजेंडा पर कई महत्वपूर्ण फैसले किए जाएंगे। सूत्रों की मानें तो ट्रस्ट प्रमुख रूप से राम मंदिर निर्माण के कार्यक्रम की समय सीमा पर अंतिम फैसला लेगा।
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इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य बैठक में किस तरह से इस कार्य के लिए धन जुटाया जाए, इस पर भी विचार करेंगे। सूत्रों की माने तो बैठक में ट्रस्ट के सदस्य इस बात पर गहन विमर्श करेंगे कि कैसे मंदिर निर्माण के लिए आम आदमी से चंदा जुटाया जाए, वो भी यह ध्यान में रखते हुए कि यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होने के साथ ही किसी विवाद से मुक्त हो। बैठक के दौरान ही ट्रस्ट के पदाधिकारियों का चुनाव भी हो सकता है।
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सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही इन मुद्दों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के लिए कह चुके हैं। बीते साल 9 नवंबर को राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीते माह जनवरी में केंद्र सरकार ने रामजन्मभूमि ट्रस्ट का गठन किया था।
सरकार द्वारा अधिसूचित किए गए इस ट्रस्ट का कार्यालय दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में है और यही पता सुप्रीम कोर्ट में वर्षों तक चले केस में रामलला की ओर से केस लड़ने वाले वरिष्ठ वकील के. परासरन का भी है।
15 सदस्यीय ट्रस्ट में नौकरशाह के अलावा धार्मिक व्यक्ति और नागरिक भी शामिल हैं। ट्रस्ट को बहुमत के साथ दो सदस्यों को नामित करना है। इनमें केंद्र सरकार द्वारा नामित किया जाने वाला एक संयुक्त सचिव स्तर का आईएएस अधिकारी और दूसरा अयोध्या का जिलाधिकारी होगा।
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