न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। जिंदगी में ग्रहण का बहुत महत्व रहता है। ग्रहण प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से अपना असर दिखाते हैं। साल 2020 का पहला चंद्रग्रहण 10 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर लग रहा है। हालांकि ये चंद्र ग्रहण रात 10:37 से मध्य रात्रि 2:42 बजे तक इसका प्रभाव रहेगा। ऐसे में ग्रहण के दौरान ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें।
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ज्योतिषाचार्य आशुतोष वाष्णेय का कहना है की ये चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है। ये पूर्ण चंद्र ग्रहण नही है इसमें चांद की हल्की परछाई दिखाई देगी। शास्त्रों के अनुसार इसका सूतक नही लगेगा। लेकिन इसका प्रभाव ज़रूर पड़ेगा।
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विद्वान बताते हैं कि ग्रहण के दौरान अपनी छाया देखकर किसी को कुछ दान करना बेहतर होगा। ग्रहण चूंकि पौष पूर्णिमा के दिन लग रहा है तो इस दिन स्नान दान का विशेष महत्व है।
साथ ही गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। गर्भवती महिलाओं को किसी तरह से चाकू का इस्तेमाल नही करना चाहिए भले ही वह सब्जी काटना क्यों न हो। इस दौरान खान- पान से बचना चाहिए।
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पड़ता है नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव
ज्योतिषाचार्य गुंजन वाष्णेय बताते हैं कि ग्रहण का प्रभाव राशियों पर नकारात्मक और सकारात्मक तौर पर पड़ता है। इसका विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। ज्योतिष गुंजन ने बताया कि हर राशि के अनुसार दान की चीज़ निर्धारित है।
साल में लगेंगे कुल 4 चंद्र व 2 सूर्यग्रहण
ज्योतिष विद्वानों का कहना है की 10 जनवरी को साल का जहां पहला चंद्र ग्रहण है। वहीं साल में कुल छह ग्रहण लगेंगे, जिसमें चार चंद्रग्रहण और दो सूर्यग्रहण होंगे। इनमें एक सूर्यग्रहण व एक चंद्रग्रहण भारत में नहीं देखा जाएगा।