जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पूरे देश में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में बारिश इतनी ज्यादा हो रही है कि वहां पर अब बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों में भी बारिश अब और ज्यादा खतरनाक हो गई है। देश के कई बड़े शहर जलमग्न हो गए हैं।
इतना ही नहीं सडक़ें और पुल तेज पानी के बहाव में तहस-नहस हो गई और बह गई है। कई शहरों में दूर-दूर तक चारों तरफ सिर्फ पानी का सैलाब नजर आ रहा है।
देश की राजधानी दिल्ली पूरी तरह से बारिश के कहर से जूझ रही है। आलम तो ये हैं कि पिछले 12 घंटे में 126 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
पिछले कई घंटों से हो रही भयंकर बारिश ने दिल्ली को एक बार फिर 1978 और 2010 की याद ताजा कराती नजर आ रही है। मौसम विभाग ने दिल्ली को लेकर लोगों को एलर्ट किया है और बताया है कि दिल्ली में 24 घंटे में 150 मिलीलीटर बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश ने पिछले 41 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दूसरी ओर हरियाणा ने भी दिल्ली की मुसीबत बढ़ा दी है क्योंकि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वजह से दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है।
हालात तो इतने खराब हो गए है कि दिल्ली के पुराने लोहे के पुल के पास यमुना खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक रविवार को दोपहर 1 बजे यहां यमुना का जल स्तर 203.18 मीटर था. चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है, जो कि मंगलवार को 205.33 मीटर को पार कर जाएगा।
उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का कहर टूटा है। इतना ही नहीं उत्तर पश्चिम भारत में लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगहों पर तबाही का मंजर देखने को मिला है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीरकई जगहों पर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। इस वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इस लिहाज से देखा जाए तो जुलाई महीने में पिछले 40 साल में एक दिन में हुई ये सबसे ज्यादा बारिश है।