जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश की हाथरस की घटना लगातार सुर्खियों में है। इस मामले में योगी सरकार पर सवाल उठ रहा है। आलम तो यह है कि पूरा विपक्ष इस मामले में योगी के खिलाफ नजर आ रहा है। सपा, बसपा के आलावा कांग्रेस ने योगी सरकार की कड़ी आलोचना की है। इसके साथ ही गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में पुलिस और कांग्रेस के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है।
दरअसल हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर पीड़ता को न्याय दिलाने की मुहिम चल रही है। दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें एफ 1 गेस्ट हाउस में कुछ देर रखा और फिर वापस दिल्ली के लिए रवाना कर दिया।
उधर नोएडा पुलिस ने कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पीएल पुनिया और सचिन पायलट समेत 153 कांग्रेसियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। 50 अज्ञात लोग भी एफआईआर में शामिल हैं।
इससे पहले ग्रेटर नोएडा के पास यूपी पुलिस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई, इस दौरान धक्कामुक्की में राहुल गांधी भी ज़मीन पर गिर पड़े और उनके हाथ के अंगुठे में चोट भी आई।
पुलिस ने उठाया कांग्रेस के खिलाफ ये कदम
पुलिस कमिश्नरेट की माने तो यह मुकदमा आईपीसी की धारा 188 (निषेधाज्ञा यानि सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन), 270 (संक्रामक बीमारी के दौरान आम जनमानस के जीवन को संकट में डालना) और संक्रामक रोग रोकथाम अधिनियम-1869 की धारा 4 ( प्राधिकृत अधिकारी की ओर से जारी किए गए आदेशों की अवहेलना) के तहत दर्ज किया गया है।
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बता दें कि गुरुवार दोपहर दिल्ली से कुछ दूरी पर जब दोनों नेताओं का काफिला ग्रेटर नोएडा के करीब पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प भी हुई। पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया।
दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है।
इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2020