जुबिली न्यूज़ डेस्क
जुबली पोस्ट की खबर का असर हुआ है। आखिरकार शासन के निर्देश के विरूद्ध जा कर मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन को एक अरब बयालिस करोड़ अट्ठानबे लाख चालीस हजार रूपये अधिक आवंटित करने वाले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय के वित्त नियंत्रक सुबास चन्द्र यादव को शासन ने दिनांक 6 मई को हटा दिया।अब संजय श्रीवास्तव को वित्त नियंत्रक का चार्ज दे दिया गया है।
बता दें कि जुबली पोस्ट ने खबर लगाई थी कि, शासन ने दिनांक 7अप्रैल के शासनादेश में वित्तीय वर्ष 2020-21 में अनुदान संख्या 32 और 36 के कुल आवंटन का अस्सी प्रतिशत ही उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन को देने की स्वीकति प्रदान की थी,शेष बीस प्रतिशत धनराशि स्थानीय क्रय के लिये जिलों को आवंटित करना था।
लेकिन कार्पोरेशन के अस्सी करोड़ से अधिक बजट सरेण्डर करने के बाद भी महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें के वित्त नियंत्रक द्वारा ग्रामीण मद का पूरा सौ प्रतिशत बजट,सात अरब चौदह करोड़ बानबे लाख रूपये उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन को ट्रांसफर कर दिया गया।
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बता दें कि विधायक पल्टू राम ने इनकी शिकायत पहले भी की थी और इन्हें शासन द्वारा परिवार कल्याण महानिदेशालय में ट्रांसफर करने का प्रस्ताव भी किया गया था लेकिन जुगाड़ के बल पर वह संस्तुति फाइलों में ही दब गयी। कोरोना काल में जिलों को बजट न देना इन्हें भारी पड़ गया और शासन ने यह कर कि कोरोना काल में इनके द्वारा किये जा रहे काम कार्य हित और जनहित में नहीं हैं अत: यादव को स्वास्थ्य महानिदेशालय में बनाये रखना उचित नहीं होगा। मुख्य मंत्री के अनुमोदन के बाद सुबास चन्द्र यादव का हटना तय हो गया।