जुबिली न्यूज डेस्क
दुुनिया के अधिकांश देश करीब 11 माह से कोरोना वायरस का कहर झेल रहे हैं। अमेरिका से लेकर यूरोप के कई देश इसके लिए चीन को दोषी ठहरा चुके हैं। चीन पर दुनिया के कई देशों ने आरोप लगाया कि उसने कोरोना को छुपाया।
इतना ही नहीं चीन ने अपने ही देश में कोरोना वायरस का खुलासा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से बाज नहीं आ रहा। अब एक नया मामला सामने आया है।
चीन के वुहान में कोरोना वायरस को लेकर स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाली सिटिजन जर्नलिस्ट झांग झान को ‘झगड़ा करने’ और ‘समस्याओं को उकसाने’ का दोषी पाया है।
पत्रकार और वकील झांग ने कई लाइव वीडियो और रिपोर्ट वुहान से किए जिसे फरवरी में सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया। इससे चीनी अधिकारियों की नजर उन पर पड़ी और वह उनका शिकार हो गईं।
चीन में मानवाधिकारों से जुड़े एक एनजीओ का कहना है कि झांग ने अपनी रिपोर्ट में स्वतंत्र पत्रकारों को हिरासत में डाले जाने और जवाबदेही चाह रहे परिवारों के प्रताडऩा की रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
पत्रकार और वकील झांग झान को 4 साल जेल की सजा सुनाई गई है। इससे पहले मई महीने में झांग को हिरासत में लिया गया था और वह कई महीने तक इसके खिलाफ भूख हड़ताल पर रही थीं। झांग के वकीलों का कहना है कि उनके मुवक्किल का स्वास्थ्य भी खराब है।
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झांग उन सिटिजन जर्नलिस्ट में शामिल हैं जो वुहान में कोरोना वायरस का खुलासा करने पर संकट में आ गई थी। चीन में कोई भी स्वतंत्र मीडिया नहीं है और चीनी अधिकारी उन कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करते हैं जो कोरोना वायरस को लेकर चीन सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं।
झांग सोमवार को अपने वकील के साथ शंघाई की अदालत में पहुंची। अभियोग के मुताबिक झांग फरवरी महीने में कोरोना की स्वतंत्र रिपोर्ट करने के लिए वुहान पहुंची थीं।
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झांग गत 14 मई से वुहान से लापता थीं। एक दिन बाद यह खुलासा हुआ कि झांग को शंघाई में पुलिस ने हिरासत में लिया है। शंघाई वुहान से 640 किमी दूर है। नवंबर महीने में उनके खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप लगाया गया था। झांग पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने टेक्स्ट, वीडियो और अन्य मीडिया प्लेटफार्म के जरिए झूठी सूचनाएं फैलाई।